मध्यप्रदेश में अब तक इस सीजन का 78 प्रतिशत यानी 29 इंच पानी गिर चुका है। इस बार जुलाई में सबसे ज्यादा पानी बरसा है। जून में जरूर कोटे से कम बारिश हुई है, लेकिन अगस्त में बारिश जारी है। आज बुधवार को भी इंदौर, उज्जैन समेत 12 जिलों में तेज बारिश के आसार हैं। लो प्रेशर एरिया के स्ट्रॉन्ग होने से 23 – 24 अगस्त को पूरे एमपी में बारिश हो सकती है। आईएमडी भोपाल के मुताबिक, इन दोनों दिन प्रदेश के 26 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी की तरफ लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। यह अगले 2 से 3 दिन में आगे बढ़ेगा। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। करीब आधे जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस, मानसून ट्रफ और 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का असर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। बुधवार को भी इसी सिस्टम की वजह से बारिश होगी। 22 अगस्त को हल्की बारिश का दौर रहेगा।
सामान्य बारिश के मामले में सिवनी, निवाड़ी, भिंड और श्योपुर आगे निकल गए हैं। इन जिलों ने सामान्य बारिश का आंकड़ा पार कर लिया है। श्योपुर में 143 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश के मामले में मंडला आगे है। यहां 43 इंच पानी गिर चुका है। यहां की सामान्य बारिश 47 इंच है। सबसे ज्यादा पानी गिरने वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, श्योपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, रायसेन, डिंडौरी, सागर, सीधी और गुना शामिल हैं। भोपाल में 33.33 इंच पानी गिर चुका है। यह सीजन की करीब 90 प्रतिशत बारिश है। वहीं, प्रदेश के बड़े डैम- कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा आदि में पानी की आमद जारी है। मंगलवार को हुई बारिश से भी डैम में पानी बढ़ गया है। तेज बारिश की झड़ी लगते ही डैम के गेट फिर से खुल जाएंगे।