गोरखपुर के कैंपियरगंज थाने में दर्ज 19 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी की बहन सुप्रिया त्रिपाठी को गिरफ्तार किया। उस पर फर्जीवाड़े से 15 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराने का आरोप है। मुख्य आरोपी अभिनव त्रिपाठी पहले ही जेल जा चुका है। महिला डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
गोरखपुर। शादी का झांसा देकर महिला डॉक्टर से 19 लाख रुपये की ठगी के मामले में कैंपियरगंज पुलिस ने मुख्य आरोपित की बहन सुप्रिया त्रिपाठी को रविवार की सुबह गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कानपुर की रहने वाली सुप्रिया पर ठगी में सहयोग, फर्जीवाड़े से रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराने का आरोप है। पुलिस मामले के मुख्य आरोपित अभिनव त्रिपाठी को पहले ही जेल भेज चुकी है।
कैंपियरगंज क्षेत्र में तैनात महिला डॉक्टर ने फरवरी, 2024 में मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत में कहा गया था कि शादी डॉट काम के माध्यम से उनकी पहचान कानपुर के रहने वाले अभिनव त्रिपाठी से हुई थी।
धीरे-धीरे मेलजोल बढ़ा और वह भरोसे में आ गई। इसी बीच आरोपित ने खुद को बिजनेसमैन बताते हुए रुपये उधार मांगे। डॉक्टर ने करीब 19 लाख रुपये उसे दिए, जिनमें से 15 लाख रुपये उसकी बहन सुप्रिया त्रिपाठी के खाते में ट्रांसफर किए गए थे।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि पीड़िता के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सुप्रिया ने एक लोन एप से 25 हजार कर्ज भी ले लिया था। रुपये मांगने पर दोनों ने गाली-गलौज कर धमकी देना शुरू कर दिया।
एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अभिनव त्रिपाठी को फरवरी, 2024 में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
जांच में कानपुर के कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में रहने वाली उसकी बहन सुप्रिया त्रिपाठी उर्फ रूचि की संलिप्तता पाई गई, जिसे रविवार को एनएच-29 पर कैंपियरगंज कस्बे में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, वह एक व्यक्ति के जरिए पीड़िता से समझौता करने के लिए गोरखपुर आई थी।