महामण्डलेष्वर संत कमल किषोर नाथ कन्या का चरण धोते।
देवी स्वरूप कन्या पूजन के साथ मांगा आशीर्वाद
अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। (Saharanpur) चैैत्र मास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को ‘शून्य फाउ्ण्डेशन’ के सदस्यों ने महामंडलेश्वर परमतत्ववेत्ता संतश्री कमल किशोर नाथ (सिद्ध योग मठ अखाड़ा) की प्रेरणा से नवदुर्गा शक्ति रूपी कन्याओं का पूजन अपने-अपने निवास पर किया। महामंडलेश्वर संत ने स्वयं सभी देवी स्वरूपा कन्याओं के चरण प्रक्षालन कर विधिवत् शंख-ध्वनि एवं मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया और भोग लगाया।
कोरोना महामारी से त्रस्त विश्व को समूहिक प्रार्थना के लिए प्रेरित करते हुए सन्त कमलकिशोर ने कहा कि जिस तरह कोरोना महामारी के विषाणु का रूप दिखाई न देते हुए भी पूरे विश्व ने उस महामारी की सत्ता को स्वीकार किया है, उसी प्रकार सामूहिक रूप से की गयी प्रार्थना एवं अभिषेक की अदृश्य तरंगें परम सत्ता माँ भगवती दुर्गा तक पहुंचती है और माँ दुर्गा सच्चे मन से की गयी प्रार्थना को स्वीकार करके संपूर्ण मानव जाति को इस महामारी से बचाने में सक्षम है। श्री दुर्गा सप्तशती में वर्णित “दुर्गा कवच” हमारे सभी अंगों की विभिन्न कीटाणुओं, जीवाणुओं, विषाणुओं और बुरी शक्तियों से रक्षा करता है।
कालरात्रि माता के पूजन पर प्रकाश डालते हुए संत कमल किशोर नाथ ने कहा कि देवी को पूजा में अर्पण की जाने वाली सभी वस्तुएँ परमात्मा की प्रकृति द्वारा उपलब्ध होती है, जबकि मनुष्य के जीवन को चलाने वाला रक्त उसका अपना होता है अतरू प्रतीकात्मक रूप से माता कालरात्रिका रक्त से अभिषेक किया जाता है। ज्ञात हो की सप्तमी की रात्रि मैं सिद्ध योग मठ अखाड़ा के आचार्य मंडलेश्वर श्री श्री 1008 बालयोगी अलखनाथ महाराज के निर्देशानुसार महामंडलेश्वर संत कमल किशोर नाथ ने अपने शिष्यों के साथ अपने-अपने स्थान पर माता कालरात्रि का रक्ताभिषेक किया और विश्व को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।
संस्था सचिव श्रीमती नीना धींगड़ा ने बताया की शून्य फाउ्ण्डेशन पूर्व में भी समाज कल्याण के कार्यों में संलग्न रही है और संत कमलकिशोर के निर्देशन में आगे भी कार्यरत रहेगी। संस्था सामाजिक समरसता के साथ-साथ धर्म की रक्षा के लिए भी कटिबद्ध है। सर्वे संतु सुखिनरू सर्वे संतु निरामया का संदेश सम्पूर्ण मानव जाति के लिए है।
इस अवसर पर कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा निर्देशित नियमों का पालन करते हुए सभी को मास्क वितरित किए गए और सभी देवी रूपी कन्याओं का पूजन 5 से 7 के समूह में दो गज की दूरी के नियम का अनुपालन करते हुए किया गया। इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश को ध्यान में रखते हुए कोमल अरोड़ा, श्रीमती अनीता द्वारा सभी कन्याओं को चुनरी, कॉपी, पेन, पेंसिल इत्यादि भेंट दिया गया।
शून्य फाउ्ण्डेशन के सदस्यों द्वारा कुष्ठाश्रम जाकर वहाँ की कन्याओं का भी पूजन कर प्रसाद वितरित किया गया। अष्टमी पूजन के आयोजन को सफल बनाए में भारत भूषण, कोमल यादव, शीला कुमारी, अनामिका शर्मा, सपना शर्मा, हिमांशु, राजकुमार अरोड़ा, वैभव शर्मा, श्रीमती संगीता का महत्वपूर्ण योगदान रहा।