अवधनामा संवाददाता
विधायक के चलते भाजपा की हुई है जीत
गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता व समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी ने जिला पंचायत सभागार में प्रेसवार्ता कर के सपा के सदर विधायक जैकिशन साहू पर गंभीर आरोप लगाया। प्रेसवार्ता में बड़ी संख्या में उनके समर्थक सपा से इस्तीफा दे दिये। शम्मी सिंह ने पत्रकारों को बताया कि लगभग साढ़े तीन सौ लोगों ने विधायक जैकिशन साहू के रवैये से आक्रोशित होकर सपा से इस्तीफा दे दिया है। जिसमे से अधिकांश लोग आये हैं और बाकी लोगों ने फोन से पुष्टि की है। शम्मी सिंह ने विधायक जैकिशन साहू पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदर सपा विधायक के चलते भाजपा का प्रत्याशी जीता है। उन्होने विधायक से सवाल पूछा है कि शरीफ राईनी के समर्थन देने के बावजूद भी भाजपा कैसे 3300 मतों से जीत गयी। जबकि पिछले चुनाव में शरीफ के बसपा के लड़ने और सांसद अफजाल अंसारी की जोरदार प्रचार करने के बावजूद भी केवल मामूली वोटों से भाजपा जीती थी। उन्होने कहा कि इस चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित थी क्योंकि नगरपालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार पर आरोप सिद्ध हो गया था। तत्कालीन डीएम मंगला प्रसाद ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी लेकिन सत्ता के दबाव में उनके उपर कार्रवाई नही हो रही थी। पूरे शहर के नागरिक बदलाव चाहते थे। लेकिन विधायक जैकिशन साहू और भाजपा नेता विनोद अग्रवाल के बीच 2022 के विधानसभा चुनाव में एक डील हुआ कि विधानसभा में हम शहर में आपकी मदद करेंगे जब नगरपालिका गाजीपुर के अध्यक्ष का चुनाव आएगा तो आप मेरी मदद करीयेगा। इसी डील के तहत जैकिशन साहू ने प्रदेश अध्यक्ष के सामने प्रतिष्ठा बनाकर कहा कि आप मेरे कहने से प्रत्याशी दीजिये मैं उसे तन-मन-धन से जीता कर लाऊंगा नहीं तो मैं आपके यहां चपरासी बन जाऊंगा। विधायक के दबाव पर सपा हाईकमान ने मेरा टिकट काट दिया। जिससे विधायक और बीजेपी दोनों की मंशा पूरी हो गयी। सपा प्रत्याशी दिनेश यादव तो केवल विधायक जैकिशन साहू के मोहरा थे असल में विधायक जैकिशन साहू भाजपा के प्रत्याशी को ही जिताना चाहते थे। जो व्यापारियों का मत जैकिशन साहू को विधानसभा में साइकिल पर मिला था वह व्यापारियों का दिनेश यादव को क्यों नहीं मिला। शम्मी सिंह ने कहा कि जबतक विधायक जैकिशन साहू सपा में अपने पद पर बने रहेंगे तबतक हम लोग समाजसेवा करेंगे। 2027 में उचित निर्णय लेंगे।