अवधनामा संवाददाता
मिशन इंद्रधनुष 4.0 का दूसरा चरण शुरू
नगर निकाय कसया के गोपालगढ़ वार्ड के सभासद बच्चे को पोलियो ड्राप पिलाकर किया शुभारंभ
कुशीनगर। पांच साल में सात बार, टीका न छूटे एक भी बार के स्लोगन के साथ मिशन इंद्रधनुष 4.0 का दूसरा चरण शुरू हो गया। टीकाकरण सत्र का उद्घाटन नगर निकाय कसया के गोपालगढ़ वार्ड के सभासद राजाराम पांडेय ने एक बच्चे को पल्स पोलियो की ड्रॉप पिला कर किया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ताहिर अली ने बताया कि यह अभियान 13 अप्रैल तक चलेगा और इसमें नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती के टीकाकरण पर जोर होगा। स्वास्थ्य विभाग 12 प्रकार के टीके सभी सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) पर प्रत्येक बुधवार व शनिवार को निःशुल्क उपलब्ध करवाता है। इन सत्रों के दौरान जिन बच्चों और गर्भवती को टीका नहीं लग पाया है, उन्हें आशा कार्यकर्ता ढूंढ कर मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण का लाभ दिलवाएंगी।
उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण 12 प्रकार की बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। टीबी, पोलियो, हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया, टीटनेस, मिजिल्स, परट्यूटिस (काली खांसी), रूबेला, जेई (दिमागी बुखार), निमोनिया, वायरल डायरिया और हीमोफिलस इंफ्लूएंजा से बचाने में टीकों की भूमिका अहम है। जहां निजी अस्पतालों में इन बीमारियों से बचाव के लिए महंगे दामों पर टीके लगवाने पड़ते हैं वहीं सरकारी अस्पतालों में यह टीके पूरी तरह से निःशुल्क हैं।
12568 बच्चे तथा 2923 गर्भवती का है लक्ष्य
डिप्टी सीएमओ ने डाॅ. संजय गुप्ता ने बताया कि अभियान के तहत 2343 सत्र आयोजित किये जाएंगे जिनमें दो वर्ष तक के 12568 बच्चों तथा 2923 गर्भवती का टीकाकरण कराने का लक्ष्य है। अभियान में कुल 415 एएनएम, 2390 आशा, 1709 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा 102 पर्यवेक्षक लगाए गए हैं। सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित और असरदार है। इसे गहन निगरानी में कोल्ड चेन में रखा जाता है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि इस सेवा का लाभ लें और अपने बच्चों व गर्भवती को गंभीर बीमारियों से बचाएं। इस अवसर यूनिसेफ के डीएमसी शाहाबाज़ मिनहाज, यूएनडीपी के जिला कोल्ड चेन मैनेजर सत्यप्रकाश द्विवेदी, एएनएम अमृता सिंह, अंकिता त्रिपाठी, बी एच डब्ल्यू विमलेश दूबे, यूनिसेफ बीएमसी योगेश सिंह भी मौजूद रहे।
यह निःशुल्क टीके हैं आवश्यक
बच्चे के जन्म पर बीसीजी, हेपेटाइटिस बी एवं पोलियो की जीरो डोज लगेगा, बच्चे के डेढ़ महीने का होने पर पेंटावैलेट एक, ओपीवी एक, एफआईवीपी एक, रोटा एक एवं पीसीवी एक लगेगा, बच्चे के ढाई महीने का होने पर पेंटावेलेट दो, ओपीवी दो और रोटा दो लगेगा, बच्चे के साढ़े तीन महीने का होने पर पेंटावेलेट तीन, ओपीवी तीन, एफआईपीवी दो, रोटा तीन एवं पीसीवी दो लगेगा, बच्चे को नौ से बारह महीने की उम्र में एमआर एवं जेई पहला टीका, पीसीवी और विटामिन ए देंगे, 16 से 24 माह की उम्र में बच्चे को एमआर, जेई, डीपीटी, ओपीवी और विटामिन ए हर 6 माह पर 5 साल तक देंगे। बच्चे को पांच से छह साल की उम्र में डीपीटी दो लगेगा, बच्चे को 10 साल की उम्र में टीडी का टीका लगेगा, बच्चे को 16 साल की उम्र में टीडी, गर्भवती को टीडी का टीका लगता है।
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