मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में शाहगंज के दिगंबर वॉटरफॉल में रविवार को पिकनिक मनाने गए भोपाल के पीपुल्स हॉस्पिटल के डॉक्टर का शव मिल गया है। रविवार देर रात को अंधेरे के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया था। सोमवार सुबह पुलिस और एसडीईआरएफ ने फिर से तलाश शुरू की। एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह 9:25 बजे पूरा हुआ।
शाहगंज थाना प्रभारी पंकज वाडेकर ने बताया कि राजधानी भोपाल के पीपुल्स अस्पताल के डॉ. अश्विन कृष्णन अय्यर (28 वर्ष) अपने साथी डॉक्टर आयुष, कौशिकी, अभिषेक और आकांक्षा के साथ दिगंबर वॉटरफॉल पर पिकनिक मनाने आए थे। इस दौरान डॉक्टर हाई रिस्क एरिया में चले गए थे। यहां 80 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है। यहां नहाते समय डॉ. अय्यर पानी में डूब गए। जबकि उनके चार साथी सुरक्षित हैं।
बुधनी एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि वाटर फॉल पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने रोका भी था। ये नहीं माने और किसी दूसरे रास्ते से होकर वाटर फॉल पहुंच गए। यहां नहाते समय हादसा हो गया। बता दें कि दिगंबर वाटर फॉल सीहोर जिले में रातापानी जंगल के आखिरी छोर पर है। भोपाल से इसकी दूरी करीब 90 किलोमीटर और सीहोर जिला मुख्यालय से करीब 125 किलोमीटर है। यह झरना विंध्याचल पर्वत शृंखला के घने जंगलों में है। यहां करीब 80 फीट ऊंचाई से पानी नीचे की ओर गिरता है। ऊंचाई से गिरते झरने का पानी दूधिया नजर आता है। लोग झरने की खूबसूरती को देखने और प्रकृति का आनंद लेने यहां पहुंचते हैं।