जंगल में शिकारियों और लकड़ी तस्करों को पकड़ने के लिए जिले के गोरूमारा और लाटागुड़ी जंगल में 24 घंटे निगरानी शुरू कर दी है। जिसके लिए ड्रोन की मदद भी ली जा रही है।
दिन के साथ-साथ रात में भी कड़ी निगरानी की जा रही है। वनकर्मियों, ईडीसी कमेटी के सदस्य, वन विभाग के प्रशिक्षित कुंकी हाथी की मदद से जंगल के कोने-कोने में 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
गोरूमारा वन्यजीव विभाग के डीएफओ द्विजप्रतिम सेन ने कहा कि गोरूमारा और लाटागुड़ी जंगल में दिन-रात 24 घंटे विशेष निगरानी शुरू की गई है। ड्रोन की मदद से पूरे जंगल पर निगरानी रखी जा रही है। फिलहाल, जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए यह विशेष सतर्कता काली पूजा तक जारी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि साल पहले शिकारियों द्वारा गोरूमारा जंगल में गैंडे का शिकार कर लिया गया था। इसके बाद से वनकर्मी गोरूमारा जंगल की सुरक्षा को लेकर जरा भी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
वन अधिकारियों का कहना है कि पूजा के दौरान तस्कर अधिक सक्रिय हो जाते हैं क्योंकि हर कोई पूजा का आनंद ले रहे होते है। कई लोग छुट्टी पर भी जाते हैं। शिकारी और तस्कर इस मौके का फायदा उठाकर घटना को अंजाम देते है। इसे रोकने के लिए वन विभाग सक्रिय हो गया है। वन विभाग ने काली पूजा तक जंगल में 24 घंटे कड़ी निगरानी की घोषणा की है।