भाजपा के लिए ईवीएम इलेक्ट्रॉनिक विक्ट्री मशीन
लखनऊ:जब पृथ्वी से चंद्रमा पर चंद्रयान को रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है,तो ईवीएम मशीन को भारत के किसी भी कोने से कंट्रोल क्यों नहीं किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉनिक वोटर मशीन(ईवीएम) में लोचा साफ दिख रहा है।भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.लौटनराम निषाद ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इससे निष्पक्ष चुनाव व लोकतंत्र की रक्षा कत्तई सम्भव नहीं है।उन्होंने कहा मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में भाजपा की स्थिति बिल्कुल खस्ता थी,लेकिन परिणाम सीधे उल्टा-पल्टा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि ईवीएम भाजपा के लिए इलेक्ट्रॉनिक विक्ट्री मशीन बन गयी है।जब चंद्रयान को पृथ्वी से नियंत्रित किया जा सकता है,तो ईवीएम मशीन की कहीं दूर से हैक क्यों नहीं किया जा सकता।अब तो निर्वाचन आयोग को भी भाजपा सरकार अपने नियंत्रण में ले चुकी है,सो अब उसकी भी निष्पक्षता नहीं रह गयी है।
निषाद ने कहा है कि अब अमेरिका,जापान, फ्रांस, ब्रिटेन,चीन,कोरिया,इटली,मिस्र आदि विकसित देश ईवीएम की जगह मतपत्र से चुनाव कराते हैं तो भारत विकासशील देश में मतपत्र की बजाय ईवीएम मशीन से चुनाव क्यों?जब 2009 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ईवीएम पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किये थे उस समय ईवीएम मशीन बनाने वाली इलेक्ट्रॉनिक कम्पनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि हमारा इस मशीन पर पूरा भरोसा नहीं है,इसलिए मेरे यहाँ ईवीएम मशीन से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाता है। उन्होंने लोकतंत्र को बचाने के लिए ईवीएम की बजाय मतपत्र से चुनाव कराने के लिए कांग्रेस सहित सभी दलों को एकजुट होकर आन्दोलन व चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए। ईवीएम द्वारा जनमत की डकैती की जा रही है।उन्होंने कहा कि ईवीएम में हेरफेर व गड़बड़ी की आशंका हो गयी थी जब निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया को इतना लम्बा समय दिया गया। इन पाँचों राज्यों का चुनाव एक ही तारीख को कराया जा सकता था।