Friday, March 7, 2025
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HomeUttar PradeshLalitpurमाध्यमिक शिक्षा को भी शिक्षा के अधिकार के दायरे में लाया जाए

माध्यमिक शिक्षा को भी शिक्षा के अधिकार के दायरे में लाया जाए

 

अवधनामा संवाददाता

बालिकाओं की निर्बाध शिक्षा के लिए अभिभावक एवं समाज को आगे आना होगा
 
 
ललितपुर। आरटीई फोरम एवं बुंदेलखंड शिक्षा का अधिकार फोरम के तत्वाधान में साईं ज्योति संस्था ललितपुर द्वारा जनपद स्तरीय स्टेकहोल्डर्स की बैठक आज प्रशांति विद्या मंदिर के सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने की। स्टेकहोल्डर्स मीटिंग का उद्देश्य जनपद में शिक्षा के अधिकार कानून के क्रियान्वयन की स्थिति पर चर्चा एवं बालिकाओ शिक्षा में आ रही समस्याओं पर विचार विमर्श करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा शिक्षा का अधिकार कानून हमारे बच्चों को समान एवं निशुल्क शिक्षा का अधिकार प्रदान करता है। कानून के अंतर्गत किए गए प्रावधानों का अब तक बेहतर तरीके से क्रियान्वयन संभव नहीं हो पा रहा है जिस के कारण हमारे बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कोरोना काल के दौरान बच्चों की शिक्षा एवं विद्यालय से दूरियां बढ़ी हैं। हमें अतिरिक्त कक्षाओं के आयोजन करके बच्चों की शिक्षा में आये गैप को भरना होगा। बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं बुंदेलखंड सेवा समिति के सचिव वासुदेव सिंह ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं के दबाव के चलते कानूनों को बनाया गया तथा अब संस्थाओं की भूमिका है कि वे कानूनों के क्रियान्वयन पर निगरानी का काम करें। उन्होंने कहा संस्थाओं का काम जिला प्रशासन के साथ मिलकर कानून का बेहतर क्रियान्वयन कराना है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को संस्थाओं द्वारा बताई गई कमियों को पूरा करने के लिए प्रयास करना चाहिए। बाल कल्याण समिति के सदस्य रवि नारायण चौबे ने कहा मीडिया एवं संस्थाओं के सहयोग से शिक्षा का अधिकार कानून के क्रियान्वयन में आ रही कमियों एवं समस्याओं को दूर करने का कार्य किया जाना चाहिए। बाल कल्याण समिति के सदस्य प्रताप नारायण गोस्वामी ने कहा बच्चे हमारे देश का भविष्य है बच्चों की शिक्षा एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया जाना चाहिए। किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य सुधीर त्रिपाठी ने कहा विद्यालय के शिक्षकों को अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन कर कमजोर बच्चों को संप्राप्ति की ओर काम करना चाहिए। श्री त्रिपाठी ने कहा शिक्षक समाज का दर्पण है शिक्षक को समाज में अपने आचरण एवं व्यवहार से एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिये। कार्यक्रम के आयोजक साईं ज्योति संस्था के सचिव अजय श्रीवास्तव ने कहा के संस्थाओं के प्रयास एवं सरकार पर बनाए जाने वाले दबाव के चलते सरकार द्वारा विभिन्न जन हितेषी कानून लागू किए गए हैं अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम कानूनों का बेहतर क्रियान्वयन कराने के लिए सरकार एवं सरकार के अधिकारियों पर दबाव बनाएं। अजय श्रीवास्तव ने कहा कि हम जहां पर हैं, हमारी जो भी भूमिका है, अगर हम अपनी भूमिका का अच्छे से निर्वहन करें तो बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान संभव है। इस अवसर पर शिक्षा व्यवस्था से जुड़े हुए स्टेकहोल्डर्स में से सरकार के प्रतिनिधि, बाल कल्याण समिति के सदस्य, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, मीडिया के प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के प्रतिनिधि, सरकारी विद्यालयों के शिक्षक, गैर सरकारी विद्यालयों के प्रबंधक एवं समाजसेवी साथी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, धु्रव साह, गोविंद व्यास, अक्षय अलया, विश्वनाथ शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार पवन संज्ञा, राहुल जैन नवभारत, अमित लखेरा, पंचायत प्रतिनिधि बबली राजा, रघुवीर सिंह, मनोहरलाल पंथ, स्कूल प्रबंध समिति से संगीता, रति राम, प्रभु दयाल शिक्षकों में मनोज सक्सेना, अभिषेक शर्मा, स्वयं सेवी संस्थाओ के साथियों में जयेश बादल, भरत रावत, सुनील जैन आबू, दीपाली पटैरिया, लुकस प्रकाश, संतोष चौरसिया, भूपेंद्र नायक, अनिल तिवारी, महेश झा, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महेश रिछारिया ने किया।
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