अवधनामा संवाददाता
बोदरवार, कुशीनगर। विकास खंड मोतीचक अंतर्गत तुर्कहां ताल का निरीक्षण ग्रामीण पर्यटन एवं इको टूरिज्म के मद्देनजर उपजिलाधिकारी कप्तानगंज जफर, नायाब तहसीलदार कुंदन वर्मा, बीडीओ मोतीचक अनिल कुमार उपाध्याय एवं आर्किटेक्ट टीम ने जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व टीम के साथ हकीकत को जांचा।
गुरुवार को एसडीएम, नायाब तहसीलदार, आर्किटेक्ट और राजस्व टीम के साथ कप्तानगंज तहसील के अंतर्गत स्थित तुर्कहां ताल का निरीक्षण किया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि ताल का बंध्याकरण और सुंदरीकरण कराया जाएगा जिससे ग्रामीण पर्यटन एवं ईको टूरिज्म को जहां बढ़ावा मिलेगा वहीं वाटर बाडी के प्रति लोगों में जागरूकता आयेगी। तालाब के सुंदरीकरण और संरक्षण से जमीन में पानी का वाटर लेवल भी मेंटेन रहेगा। यह ताल लगभग 100 एकड़ में फैला है। भौगोलिक दृष्टि कोण यह ताल तुर्कहा, बनकटा, चंदरपुर,पोखरभिंडा और खभराभार के मध्य स्थित है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार ताल का अपना एक इतिहास है। यहां तलहिया माता का स्थान तालाब के बीचोबीच माना जाता है। वर्तमान समय में ताल के तट पर मुरादें पूरी होने पर एक भक्त ने माता भब्य मंदिर का निर्माण करा दिया है जो ताल की सुंदरता में चार चांद लगा रहा है। यह ताल शिकार माही के लिए काफी लोकप्रिय है। यहां विभिन्न प्रजाति की मछलियां, प्रवासी पक्षियों का सीज़न में आना जाना लगा रहता है। तुर्कहां ग्राम प्रधान बृजेश प्रसाद ने कहा कि अगर सरकार इस पर ध्यान दें तो यह एक अच्छा पर्यटक स्थल बन सकता है।