अवधनामा संवाददाता
पीजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कप्तानगंज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
कप्तानगंज, कुशीनगर। कप्तानगंज नगर स्थित पीजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को कुष्ठ रोग के लक्षण और बचाव के बारे में जागरूक किया गया।
इस मौके पर जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ. विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि कुष्ठ रोग एक दीर्घकालिक (पुराना) संक्रामक रोग है। इसमें त्वचा पर हल्के रंग के धब्बे दिखाई देते हैं। रोग की शुरुआत बहुत ही धीमी गति से होती है। कुष्ठ रोग माइक्रोबेक्टीरियम लेप्रे के कारण होता है। उन्होंने बताया कि अगर किसी गांव में कोई बाल कुष्ठ रोगी पाया जाता है तो उस क्षेत्र को हाट स्पाट मानकर पूरे गांव में कॉन्टैक्ट सर्वे कराया जाता है, ताकि समाज में एक भी एक्टिव केस छिपा न रहने पाए। कुष्ठ रोग से बचाव के लिए साफ-सफाई और खानपान पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुष्ठ से भेदभाव को समाप्त करने और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्र व्यापी अभियान ” स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान ” की शुरुआत की गयी है जो आगामी 13 फरवरी तक चलेगा। कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता सिंह ने उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि कार्यक्रम में जो जानकारी मिली है उसके बारे में अपने घरों तथा आस-पास के लोगों को भी बताएं। इस रोग के लक्षण दिखते ही आशा कार्यकर्ता के माध्यम से जांच करानी चाहिए। कार्यक्रम में रामध्यान सिंह और फिजियोथिरैपिस्ट प्रदीप गुप्ता प्रमुख तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में बच्चों के बीच पम्पलेट भी वितरित किया गया।
कुष्ठ रोग के लक्षण:
– चमड़ी बदरंग और चमड़ी में मोटापन हो।
-चमड़ी का दाग जिसमें सुन्नपन हो।
-दाग चकत्ता जिसमें पसीना न आता हो।
-हाथ पैर के नसों में मोटापन, सूजन तथा झनझनाहट हो।
-हाथ पैर की ऊँगली में टेढ़ापन हो।
-हाथ तथा पैर के तलवों में सुन्नपन हो।
-घाव जो इलाज के बाद ठीक न होता हो।
जन समुदाय को करेंगे जागरूक
विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार सिंह ( 52 ) ने बताया कि कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने शिक्षकों और बच्चों को कुष्ठ रोग के लक्षण ,जांच और इलाज के बारे में विस्तार से बताया ।अब वह अपने गांव व आस-पास के लोगों को कुष्ठ रोग से बचाव के लिए जागरूक करेंगे। लोगों को यह भी बताएंगे कि रोग को छिपाएं नहीं बल्कि समय से जांच कराकर इलाज शुरू कर दें। समय से इलाज होने पर कुष्ठ रोग ठीक हो जाएगा।