अवधनामा संवाददाता
मौदहा हमीरपुर। खुदा से प्रेम और इबादत के लिए कोई उम्र नहीं होती। रमजान के पवित्र माह में बड़ों के साथ साथ छोटे बच्चे भी रोजा रखकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। क्षेत्र में बड़ी संख्या में बच्चे भी इस बरकत के महीने में इबादत कर रहे हैं। खासकर ऐसे बच्चे अधिक उत्साहित हैं जो अपने जीवन में पहली बार रोजा रख रहे हैं। दिन भर रोजे में रहने के बाद वे इफ्तार कर रहे हैं।
मुबारक माह रमज़ान में अल्लाह रोजदार को सब्र अता करता है। यही वजह है कि अल्लाह की रज़ा की खातिर अब छोटे बच्चे भी बड़ों से पीछे नहीं रह रहे हैं बढ़ती हुई धूप और गर्मी के बीच भी बच्चों में रोजा रखने का जज्बा देखनें को मिल रहा है। 8 से 12 साल के बीच के ज्यादातर बच्चे रोजा रख रहे हैं। 9 साल की सारा बच्ची नें भी अपना पहला रोजा रखा और दिन में प्यास का अहसास होते ही बच्ची तिलावत में मशगूल हो गई।
कस्बे के मोहल्ला हुसैनगंज कमराहा निवासनी सारा सिद्दीकी ने अभी नौ साल की है जिसनें अपनी जिन्दगी का पहला रोजा रख कर अल्लाह से खुशहाली की दुआ मांगी है।