अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष शशांक कुसुमेश ने कहा है कि भाजपा राजनीतिक सत्ता के व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और विकास की दौड़ में पिछड़ गये लोगों के उत्थान और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु साधन के रूप में देखती है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के सम्बन्ध में किए गए निर्णय का भाजपा स्वागत करते हुए कहा कि न्यायालय के निर्णय से समाजवादी पार्टी के षड़यंत्र विफल हो गया है।
उन्होंने कहा भाजपा और भाजपा सरकार पिछड़े वर्ग के साथ ही समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। अपने शासनकाल में सपा बसपा कांग्रेस ने पिछड, दलितों, शाषित, पीडित वंचितों का वोट तो लिया लेकिन इनके लिए कुछ नहीं किया बल्कि सपा-बसपा कांग्रेस ने भ्रम फैलाकर इनको छलने का काम किया है। कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछड़ा वर्ग के सहयोग से सत्ता प्राप्त की लेकिन सत्ता का लाभ सिर्फ सैफई कुनवे तथा कुछ लोगों तक सीमित रहा उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के अप्रत्यक्ष रूप से हाई कार्ट में रिट दायर करवाकर नगरीय निकाय चुनाव में पिछडा वर्ग आरक्षण को समाप्त करने का षडयंत्र रचा है लेकिन वे अपने षड़यंत्र में सफल नहीं हो सकेगी उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा सामाजिक न्याय समिति की रिपार्ट का विरोध सपा के पिछडा वर्ग विरोधी होने का सबसे बड़ा प्रमाण है।
उन्होंने निकाय चुनाव को लेकर सपा की भमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अखिलेश यादव के बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार और तेजस्वी यादव जी से रिश्ते किसी से छुपे नहीं है बिहार सरकार ने पिछड़े वर्ग के हितो की अनदेखी करते हुए निकाय चुनाव बिना आरक्षण के करा दिये। तब खुद को राष्ट्री पार्टी का मुखिया कहने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुप क्यों थे। कहा कि भाजपा की नीति सबका साथ सबका विकास विश्वास की नीति है। जबकि श्री अखिलेश यादव की नीति अपने परिवार और रिश्तेदारों के विकास तक सीमित है।