अवधनामा संवाददाता
प्रत्येक नागरिक को अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहना होगा: शीतल
सहारनपुर(Saharanpur)। भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर व्यापारियों ने आजादी आंदोलन में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों का भाव पूर्ण नमन कर उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
आज गांधी पार्क स्थित गांधी की प्रतिमा के समक्ष उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अमर शहीदों को भावपूर्ण नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन व जिला महामंत्री संजय भसीन ने कहा कि आज से 79 वर्ष से 9 अगस्त 1942 के अंतर्गत देश के स्वाभिमान को जागृत करते हुए हम सबने मिलकर विदेशी शासकों के विरूद्ध भारत की आवाज बुलन्द की थी, इसे साकार करने के लिए एकजुट होकर इस संघर्ष में शामिल हुए और हमने आजादी हासिल करके ही दम लिया। श्री टण्डन ने कहा कि आज एक बार फिर संकल्प लेने की घड़ी आयी है और वैसी ही आवाज बुलन्द करने और एकजुट होने और इसके अंतर्गत हम सब मिलकर साम्प्रदायिकता, गरीबी, हिंसा आंतकवाद, निरक्षता और भ्रष्टाचार कोरोना आदि इन सब बुराईयों को दो टूक शब्दों में कि ‘भारत छोड़ों’। उन्हांेने देश में हाल ही के वर्षों में समाज में आ रही नैतिक मूल्यों के गिरावट पर चिंता व्यक्त किया और आहवान किया कि प्रत्येक नागरिक को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपना राष्ट्रीय कर्तव्य निभाते हुए निष्ठापूर्वक कार्य करना होगा और एक आदर्श नागरिक के रूप में अपनी प्रस्तुति करनी होगी। साथ ही कोविड-19 के चलते इससे बचाव के लिए सभी नियमों के पालन का भी संकल्प लेना होगा और औरों को भी इसके लिए प्रेरित करना होगा। उपस्थित सभी व्यापारी प्रतिनिधियों ने टोक्यो ओलम्पिक में नीरज चोपडा द्वारा स्वर्ण पदक जीतने और दूसरे खिलाडियों द्वारा रजत व कांस्य पदक जीतने व ओलम्पिक प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी भारतीय खिलाडियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि पूरे देश को ऐसे महान खिलाडियों के प्रदर्शन पर गर्व है और युवा पीढी के लिए सभी खिलाडी प्रेरणास्रोत हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री संजय भसीन, जिला कोषाध्यक्ष अनिल गर्ग, कर्नल संजय मिडढा, संजीव ठकराल, डा.जी.बी.लाल, रवि टण्डन, अशोक मलिक, राकेश शर्मा, विकास कश्यप, हेमंत कपूर, भूपेन्द्र मोंगा, शकील अहमद, सुभाष शर्मा, परवेज, अंकुश कर्णवाल आदि व्यापारी प्रतिनिधि शामिल रहे।