देवशयनी एकादशी पर बुधवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने भगवान आदिकेशव को फल व मिष्ठान का भोग लगा आरती उतारी। पूजा-अर्चना के बाद भगवान से जन कल्याण, गंगा निर्मलीकरण की गुहार लगाई। श्री हरि को प्रिय तुलसी के पौधे का वितरण कर पर्यावरण संरक्षण की अलख भी जगाई। इस दौरान आदिकेशव मंदिर परिसर में ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः, आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की, ॐ जय जगदीश हरे की गूंज रही। आदिकेशव घाट पर सफाई अभियान भी चलाया गया।
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने और चातुर्मास के प्रारंभ होने के दिन श्रीहरि व मां लक्ष्मी की उपासना की गई। टीम के सदस्यों ने काशी का द्वार कहे जाने वाले आदिकेशव तीर्थ पर सफाई की । लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। देवशयनी एकादशी के दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में सुख-एवं समृद्धि की प्राप्ति होती और सभी दुःख दूर हो जाते हैं। पवित्र आदिकेशव तीर्थ की स्वच्छता बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। स्वच्छता को हमें व्यवहार में अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, आदि केशव मंदिर के पुजारी विनय त्रिपाठी, दिवाकर मिश्रा, साक्षी त्रिपाठी आदि ने भागीदारी की।