अवधनामा संवाददाता
शिवरात्रि अर्थात अंधकार में प्रकाश:महंत अनूप दास
बीकापुर अयोध्या। तहसील क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर शिव बारात की विवाह की झांकी एवं छोटे से शिव मंदिर पर भी कतारों में लगकर लोग भांग, धतूर ,फूल ,अगरबत्ती लेकर जलाभिषेक करते अपनी – अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भोले नाथ से प्रार्थना करते देखे गए हैं।हैदरगंज थाना क्षेत्र के भैरोपुर टिकरा मजरे भार्गव तिवारी का पुरवा में अयोध्या धाम से आए महंत अनूप दास अपने शिष्य आयुष के साथ विश्व के कल्याण एवं देश में फैले जातिवाद तथा प्रमुख रूप से प्रभु राम के खिलाफ दूषित मानसिकता रखने वाले लोगों की मानसिकता शुद्ध करके प्रभु के चरणों में लगने के लिए यजमान डॉक्टर दिनेश तिवारी पत्नी श्रीमती बीना तिवारी द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान करवा कर दिनभर भोलेनाथ का पूजन – अर्चन -वंदन करवाते हुए गंगाजल , मधु ,दही ,दूध एवं गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करते देखे गए हैं। कार्यक्रम में एकत्र जनसमूह को भोलेनाथ की कथा से भक्ति के रस डुबकी लगवाते हुए महंत अनूप दास महाराज ने बताया कि आज के दिन पूजा पाठ करने से जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता भोलेनाथ मन वाछित फल देते हैं। उक्त कथा को आगे बढा़ते हुए महराज जी ने कहा शिवरात्रि अर्थात अंधकार में प्रकाश की सम्भावना। जिस तरह भोलेनाथ प्राणी मात्र के कल्याण के लिए जहर पीकर देव से महादेव बन गए उसी प्रकार हमें भी समाज में व्याप्त निंदा, अपयश, उपेक्षा,और आलोचना रुपी जहर को पीकर मानव से महामानव बनना होगा।
भगवान् शिव का एक नाम आशुतोष भी है। जल धारा चढ़ाने मात्र से प्रसन्न होने वाले आशुतोष भगवान् शिव का यही सन्देश है कि आपको अपने जीवन में जो कुछ भी और जितना भी प्राप्त होता है, उसी में प्रसन्न और सन्तुष्ट रहना सीखें। भगवान शिव इसलिये देवों के देव हैं क्योंकि उन्होंने काम को भस्म किया है। अधिकतर देव काम के आधीन हैं पर भगवान शिव राम के आधीन हैं। उनके जीवन में वासना नहीं उपासना है। शिव पूर्ण काम हैं, तृप्त काम हैं।
भगवान शिव बहिर्मुखी नहीं अंतर्मुखी रहते हैं। अंतर्मुखी रहने वाला साधक ही शांत, प्रसन्न चित्त, परमार्थी ,सम्मान मुक्त, क्षमावान और लोक मंगल के शिव संकल्पों को पूर्ण करने की सामर्थ्य रखता है। उक्त विश्व कल्याण अभिषेक को सफल बनाने में परिवार के लोगों में राजेश तिवारी, संध्या तिवारी, ज्योति ,पूजा के साथ प्रेरणा तिवारी, रुद्र प्रताप त्रिपाठी, अभिनव तिवारी आदि लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते देखे गए हैं।