अवधानामा संवाददाता
सरीला हमीरपुर- लोकसभा चुनाव का जोर शोर अपने चरम पर है लिहाजा हर चुनाव की तरह इस चुनाव में भी प्रत्याशी बिजली पानी सड़क सहित तमाम मूलभूत सुविधाओं को मुद्दा बनाकर जनता के बीच गणेश परिक्रमा करके वोट लेने की जुगत में हो पर हमेशा ही वोट लेने के बाद अधिकत्तर स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास में उदासीनता अपनाते है जिससे हर बार वोट देने के बाद वोटर खुद को ठगा हुआ सा महसूस करता है जिससे बिजली पानी सड़क जैसे अहम मुद्दे हमेशा ही सिर्फ चुनावी घोसनापत्र बनकर हवा में रह जाते है धरातल पर कुछ दिखे न दिखे केवल चुनावी घोषणाओं में जरूर मुद्दे बनते है ताजा मामला सरीला ब्लाक के पुरैनी ग्राम पंचायत का है जहा गांव के अंदर आबादी की सड़को पर जलभराव के कारण दलदल की स्थिति पैदा हो गई है। दलदली सड़को से स्कूली छात्र और ग्रामीण हर रोज आते-जाते हैं। स्कूली बच्चे अक्सर फिसलकर गिरते हैं। वहीं गांव की आबादी का रास्ता होने के कारण ग्रामीणों को भी इसी रास्ते से निकलना मजबूरी है। ग्रामीण सत्तार ने बताया कि कोई सफाई कर्मी कभी सफाई करने नही आता कई बार सफाई के लिए शिकायत की, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हुआ। मजबूर होकर हम लोगो को ही रोज सफाई करनी पड़ती है ग्रामीण बब्बू ने बताया कि सफाई कर्मी न आने की वजह से हम लोगो को खुद रोज अपने अपने घर के सामने कीचड़ साफ करना पड़ता है जब अभी गर्मी में ये हाल है तो बरसात में हमलोगो के घर पानी का भराव हो जाता है इसके साथ नियमित सफाई नहीं होने से समस्या बढ़ी हुई है। सड़को पर कीचड़ पसरा होने की वजह से पानी का निकास बंद हो जाता है। ऐसे में सड़क में हमेशा पानी भरा रहता है।
कई बार सफाई कराने की मांग की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। वही रामावतार ने बताया की कीचड़ और दलदल से बच्चों और बुजुर्गो को आने में बड़ी दिक्कत होती है। कीचड़ की दुर्गंध से बच्चों बुजुर्गो को आना पड़ रहा है। इससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना रहता है। हसीना ने बताया कि रोज कीचड़ से निकलने के कारण कई बार लोग फिसलकर गिर पड़ते है और पंचायत का सफाई कर्मी कभी सफाई करने नहीं आता जिससे हमारे मुहल्ले के लोगो का सड़क पर निकलना दुभर हो गया है। खंड विकास अधिकारी दिव्या त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम पुरैनी की सड़कों पर कीचड और जलभराव होने का मामला उनके संज्ञान में आया है जल्द ही मौका मुआयना कराकर सड़को से कीचड़ की सफाई करवा दी जाएगी जिससे ग्रामीणों को इस जनसमस्या का सामना न करना पड़े