अवधनामा संवाददाता
डाक के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे किसान पत्र
सहारनपुर। गन्ना मूल्य घोषित करने, छुट्टा पशुओं के समाधान, एवं बकाया गन्ने का मूल्य शीघ्र दिलाने की मांग को लेकर रालोद कार्यकर्ताआंे ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
आज किसान संदेश अभियान के तहत चल रहे आंदोलन के अंतर्गत रालोद कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष राव कैसर सलीम के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने अपनी मांगों से संबंधित भारी संख्या मंे किसान पत्र डाक के माध्यम स प्रदेश के मुख्यमंत्री भेजे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राव कैसर एवं प्रदेश महासचिव चैधरी धीर सिंह ने कहा पिछला वर्ष 2021-22 चुनावी वर्ष था इस कारण 20 सितंबर 2021 को गन्ने का मूल्य घोषित कर दिया गया था और इस वर्ष आधे से अधिक पेराई सत्र बीत चुका है, किंतु किसान को अब तक यह मालूम नहीं कि उसके उपज का उसको क्या दाम मिलेगा? उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के प्रति बिल्कुल उदासीन है। बकाया अदा न करने पर उसको जेल में ठूस दिया जाता है। बिजली की दर निरंतर बढ़ती जा रही है। किसानों के ट्यूबवैल पर मीटर लगाया जा रहा है। सोसाइटी में उर्वरकों की उपलब्धता में लगातार गिरावट आ रही है। उर्वरकों, पेस्टिसाइड्स एवं डीजल के दाम आसमान को छू रहे हैं। किसान की लागत लगातार बढ़ती जा रही है और उसकी उपज का दाम भी घोषित नहीं किया जाता। किसान सारे दिन अपने खेतों में काम करता है एवं रात को अपनी उपज की छुट्टा पशुओं से रखवाली करता है। उन्होंने कहा कि रालोद केंद्रीय नेतृत्व जयंत चैधरी के आहवान पर किसानों के लिए सड़कों पर लड़ाई लड़ रहा है। राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि 5 फरवरी तक गन्ने का लाभकारी मूल्य घोषित नहीं हुआ, तो 7 फरवरी से एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से रविंद्र चैधरी, सतपाल कालड़ा, हरपाल बाल्मीकि, अनुज वर्मा, आसिफ पार्षद, फखरुल इस्लाम, महावीर सैनी, राव फरमान, रिहान प्रधान, कृष्णपाल, मोहम्मद जहीर, नूर आलम, सलमान कुरैशी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।