प्याज की नई उपज आने के बावजूद इसकी कीमतों में कमी नहीं आ रही है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जमाखोरी के चलते प्याज की कीमत में शहर के फुटकर बाजार में 70 से 80 रुपये पर अटकी है।
वहीं कनार्टक के मैसुरु में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं और अगर मैसूरु क्षेत्र में मौजूदा स्थिति जारी रहती है तो यह 150 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू सकता है।
प्याज की बढ़ती कीमतों ने गृहणियों की आंसू निकाल दिये है। दुकानों में प्याज की बिक्री में 50 से 60 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा रही है। कुछ व्यापारियों ने कहा कि अभी प्याज के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक महाराष्ट्र से ताजा आपूर्ति के साथ ही इसकी कीमतें स्थिर होने की संभावना नहीं है।
ताजा आवक में कम से कम 15 से 20 दिन का समय लग सकता है और जब तक ताजा आपूर्ति बाजारों में नहीं आती है तब तक कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।
देवराज मार्केट में, प्याज उनकी गुणवत्ता और आकार के आधार पर अलग-अलग कीमतों में उपलब्ध हैं। इस बाजार में प्याज की कीमत 80 रुपये से 120 रुपये किलो के बीच है। मैसूर होटल ओनर्स एसोसिएशन के नारायण गौड़ा ने कहा कि बड़े पैमाने पर व्यंजन के लिए होटलों की प्याज पर निर्भरता है जो कीमतों में वृद्धि से प्रमुख रूप से प्रभावित हुए हैं।
कुछ भोजनालयों ने अपने भोजन में प्याज का उपयोग कम कर दिया है। उन्होंने कहा,“यह एक स्थानीय मुद्दा नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र और उत्तरी कनार्टक में बाढ़ के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है।
हमें स्थिति से निपटना होगा।” कई दुकानों पर प्याज की बिक्री बेहद घट गई है। जो लोग 1-2 किलोग्राम खरीद रहे थे, उन्होंने इसे एक चौथाई तक घटा दिया है। सब्जी बेचने वाले कुछ दुकानदारों ने चेतावनी दी,“टॉप ग्रेड प्याज की कीमत 150 रुपये भी छू सकती है, जो एक नया रिकॉर्ड होगा।”
नया प्याज आने के बाद भी कीमत में कमी नहीं
प्याज की नई उपज आने के बावजूद इसकी कीमतों में कमी नहीं आ रही है। जमाखोरी के चलते प्याज की कीमत में शहर के फुटकर बाजार में 70 से 80 रुपये पर अटकी है।
प्रशासन की ओर से प्याज की कीमतों पर अंकुश लगाने के सभी उपाय फेल हो गए है। मुनाफाखोरों की मनमानी के चलते शहरवासी ऊंचे दाम पर प्याज खरीदने को मजबूर हैं। मुंडेरा, फाफामऊ, हथिगहां सब्जी मंडी में शनिवार को प्याज जहां 40 से 60 रुपये किलो बिका, वहीं सिविल लाइंस, चौक, कटरा, एजी ऑफिस सब्जी मंडी में 70 से 80 रुपये प्रति किलो पर ही बेचा गया।
प्याज के थोक व्यापारियों ने बताया कि कई जमाखोर प्याज सस्ता होने के बावजूद महंगे दाम पर बेच रहे हैं। प्रशासन की ओर से अगर जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए तभी कीमत में कमी आ सकती है।
फल सब्जी व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा ने बताया कि कौशाम्बी, कानपुर, फतेहपुर व मध्य प्रदेश से प्याज आने लगा है फिर दाम कम क्यों नहीं हो रहे हैं इसका जवाब प्रशासनिक अधिकारी ही दे सकते हैं। बताया कि जिले के आसपास से नई प्याज आने लगी है। लगन के कारण प्याज कुछ महंगी हुई है। लेकिन एक सप्ताह में कीमत घट जाएगी।