डीएम ने ई-संजीवनी के माध्यम से मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करानें हेतु निर्देश
सिद्धार्थनगर। जिला स्वास्थ्य समिति (डी0एच0एस0) एवं स्वास्थ्य विभाग से संबधित योजनाओ की समीक्षा बैठक शुक्रवार को जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 द्वारा पिछली बैठक में दिये गये निर्देशो के प्रगति की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि टी.बी. रोगी खोज कार्यक्रम सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि 100 दिन तक टी.बी. रोगी खोज कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी एमओआईसी बर्ल्नेबल पापुलेशन का शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग, मैपिंग व रजिस्ट्रेशन पूर्ण करायें। सीएचओ के माध्यम से आशा द्वारा कम से कम 02-03 मरीजों का सैम्पल एकत्रित किया जाये। जिलाधिकारी ने टी0बी0 के मरीजों को उपचार के दौरान 1000 रूपये मिलने वाली प्रोत्साहन राशि समय से शतप्रतिशत भुगतान कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर टी0बी रोगी को पोषण पोटली का वितरण कराने तथा इस अभियान का बैनर लगाकर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। नैट जांच व एक्स-रे में प्रगति लाने व टी0बी के मरीजों को समय से दवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को वार रूम का नम्बर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया तथा वार रूम व एनबीएसयू को 24 घंटे सक्रिय करें जिससे कोई भी गर्भवती महिला व उसके परिजन सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकें। वार रूम व एनबीएसयू में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया जिसको निरीक्षण के दौरान देखा जायेगा। जिलाधिकारी ने प्राचार्य मेडिकल कालेज/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को ड्रग असिस्टेंट टीबी सेन्टर को सक्रिय कराने तथा सक्षम ट्रेनिंग कराने का निर्देश दिया। मेडिकल कालेज में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के साथ सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मेडिकल कालेज/सीएचसी/पीएचसी पर प्रतिदिन अलग-अलग कलर के बेड सीट बदलने का निर्देश दिया। गर्भवती महिलाओ का प्रसव अस्पताल में ही हो। जन्म लेने वाले बच्चो का वजन ठीक ढंग से लिया जाये इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होनी चाहिए। बुधवार, शनिवार को वीएचएनडी दिवस पर आशा, एएनएम सीएचओ विशेष रूचि लेकर कार्य करे। सीएचओ, एएनएम व आशा दीदी को नियमित रूप से प्रोत्साहन राशि/मानदेय का भुगतान कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी द्वारा अनटाइड फन्ड, परिवार नियोजन, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना, टीकाकरण अभियान, पीसीपीएनडीटी, रोगी कल्याण समिति, हेल्थ वेलनेस सेन्टर, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने रोगी कल्याण समिति व अन्टाइड फन्ड से नियमानुसार उपकरण, मरीजो के बैठने हेतु फर्नीचर की नियमानुसार क्रय करने का निर्देश दिया। ई-संजीवनी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करानें हेतु निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को परेशान न किया जाये तथा बाहर की दवा न लिखे।
बैठक में उपरोक्त के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया, प्राचार्य मेडिकल कालेज डॉ0 राजेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 ए के झा, जिला पंचायज राज अधिकारी पवन कुमार, डॉ0 डीके चौधरी, डॉ0 संजय गुप्ता, जिला क्षय रोग अधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डैम, डीपीएम, डीसीपीएम, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम आदि उपस्थित रहे।
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