उरई (जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित मिशन वात्सल्य व मिशन शक्ति योजना के अंतर्गत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की ओर से बाल विवाह रोकथाम हेतु जनपद स्तरीय टास्क फोर्स तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की त्रैमासिक बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत प्रत्येक बच्चे की अनिवार्य रूप से काउंसलिंग कराई जाए और उनके पुनर्वासन की ठोस व्यवस्था सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि इन बच्चों को मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें एक सभ्य नागरिक के रूप में जीवन जीने का अवसर दिया जाना चाहिए।उन्होंने निर्देशित किया कि सभी सार्वजनिक स्थानों पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से संबंधित पोस्टर व बैनर लगाए जाएं तथा बेटियों के जन्म को उत्सव के रूप में मनाया जाए। प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल व राजकीय मेडिकल कॉलेज में संस्थागत प्रसव से जन्मी कन्याओं के अवसर पर “कन्या जन्मोत्सव” आयोजित किया जाए और इन बेटियों के नाम पर पौधारोपण भी किया जाए।
जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए कि बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड के कार्यों का सतत निरीक्षण कर बच्चों के बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही वन स्टॉप सेंटर, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और चाइल्ड हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी कर्मी जिम्मेदारी से कार्य करें, ताकि पीड़ित बच्चों और महिलाओं को समुचित काउंसलिंग व पारिवारिक पुनर्वासन मिल सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, जिला विकास अधिकारी निशांत पांडे, जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित, बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।