कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डाॅ. राजेन्द्र पैंसिया की अध्यक्षता में पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विनोद कुमार द्वारा 7 दिसम्बर से चलाये जा रहे विशेष गौ संरक्षण अभियान के विषय में जानकारी दी तथा विस्तारित गौ आश्रय केन्द्रों की प्रगति, संरक्षित गो वंशों का विवरण एवं गौ आश्रय पोर्टल पर दर्ज किये गये गोवंश का विवरण मा. मुख्यमंत्री सहभागिता योजना में दिए गये गोवंशों की प्रगति आदि पर चर्चा की गयी एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 21 गौ आश्रय स्थल जो कि 1 हजार गौवंश की क्षमता के चिन्हित किये गये हैं तथा विकासखंड स्तर पर गौ आश्रय के लिए किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गयी। विकासखंड बहजोई के ग्राम चंदन कटी मौजा में गौसंरक्षण केन्द्र विस्तारीकरण के लिए कार्य ना करने को लेकर अपर जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के विरुद्ध 95 जी के अन्तर्गत नोटिस जारी किया जाए। चंदन कटी मौजा एवं घासीपुर में से एक में आदर्श गौ संरक्षण केन्द्र बनाने को लेकर भी संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
विकासखंड वार गौ संरक्षण के निर्माण को लेकर संबंधित खंड विकास अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गयी। ग्राम रीठ, हजरतनगर गढी, सिहावली, बंजरपुरी, निरयावली, साकिन सोभापुर, घनसूरपुर, सिरौरा काजी, बहलोलपुर, सैमला गुन्नौर, धनारी पट्टी बालू शंकर, नदरौली आदि में गौ संरक्षण केन्द्र को लेकर चर्चा की गयी। चारागाह की मैपिंग को लेकर भी चर्चा की गयी एवं चारा गाह की भूमि कब्जे में है या नहीं उसको देखने को लेकर भी निर्देशित किया। स्वयं सहायता समूह को गौसंरक्षण केन्द्र देने के संबंध में भी चर्चा की गयी एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कुकुट पालन बकरी पालन आदि योजनाओं पर भी चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा लोगों को ज्यादा से ज्यादा इन योजनाओं के विषय में प्रचार प्रसार करने के लिए निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि गौ संरक्षण केन्द्र से संबंधित जो कार्य अभी शुरू नहीं हुए हैं उनको शीघ्र ही शुरू करते हुए पूर्ण किया जाए। लो कोस्ट माॅडल को अपनाया जाए। बर्फी जाली का प्रयोग किया जाए। जो भूमि सरकारी हैं उनकी पैमाइश हो जाए। घास/ चारा उगाने का कार्य जोकि घीमा है उसमें गति लायी जाए। निराश्रित गौ वंशों को संरक्षित किया जाए। सभी गोवंश 31 दिसम्बर तक संरक्षित हो जाएं। सभी गोवंश सर्दी के दृष्टिगत ढके रहे। गौशालाओं में अलाव की भी व्यवस्था रहे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट,अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा,संयुक्त निदेशक पशुपालन डाॅ. मनोज कुमार शर्मा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विनोद कुमार, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत आशीष सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं नगर पंचायत एवं समस्त संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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