पुलिस की तफ्तीश में यह भी पता चला है कि अखिलेश 10 प्रतिशत ब्याज पर सूदखोरी का काम भी करता था। अखिलेश ने तेलीबाग कैंट राजीवनगर घोसियान में तमाम लोगों को ब्याज पर रुपये भी बांट रखे थे। वह जरूरतमंदों को रुपये देता और उनसे ब्याज वसूलता था। ब्याज में बांटा गया काफी रुपया अखिलेश को वापस नहीं मिला था। इसलिए उस पर कर्ज चढ़ गया था।
लखनऊ। इंदिरानगर सेक्टर 20 में सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे के घर में लूट और पत्नी मोहिनी की हत्या में मुख्य आरोपित अखिलेश यादव के खिलाफ एक और मुकदमा गाजीपुर थाने में दर्ज किया गया है।
इंस्पेक्टर विकास राय ने अखिलेश पर जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस अखिलेश उसके भाई रवि और साथी रंजीत पर गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई करेगी। मंगलवार दोपहर माल बरामद करने के लिए पुलिस टीम अखिलेश, रवि और रंजीत को कुकरैल के जंगल में लेकर पहुंची थी। वहां हत्यारोपित अखिलेश ने गड्ढे में छिपाकर रखे गए जेवरों से भरे बैग से तमंचा निकालकर सिपाही बालकुश पर फायर किया था।
गोली लगने से सिपाही घायल हो गया था। इसके बाद पुलिस को भी आत्मरक्षा में फायरिंग करनी पड़ी थी। इस संबंध में अखिलेश के खिलाफ इंस्पेक्टर ने जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट की कार्रवाई की है।
पुलिस उपायुक्त उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि हत्याकांड के मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। हत्यारोपित रवि और रंजीत को जेल भेजा जा चुका है। अखिलेश का इलाज चल रहा है। हालत सामान्य होते ही उसे भी जेल भेज दिया जाएगा।
सूदखोरी का भी काम करता था अखिलेश, साक्ष्य जुटा रही पुलिस
पुलिस की तफ्तीश में यह भी पता चला है कि अखिलेश 10 प्रतिशत ब्याज पर सूदखोरी का काम भी करता था। अखिलेश ने तेलीबाग, कैंट, राजीवनगर घोसियान में तमाम लोगों को ब्याज पर रुपये भी बांट रखे थे। वह जरूरतमंदों को रुपये देता और उनसे ब्याज वसूलता था। ब्याज में बांटा गया काफी रुपया अखिलेश को वापस नहीं मिला था। इसलिए उस पर कर्ज चढ़ गया था। कर्ज चुकाने के लिए उसने देवेंद्र के घर पर लूट की योजना बनाई थी। एसीपी विकास जायसवाल ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर अथवा किसी पीड़ित की तहरीर आने पर अखिलेश के खिलाफ सूदखोरी की भी धारा बढ़ाई जाएगी।