अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। सिंचाई विभाग द्वितीय खंड देवरिया की हाटा स्थित आवास एंव कार्यालय बिल्कुल नहर जैसी हो गई है, जिस तरह नहर में पानी हेड से टेल तक नहीं पहुंच पाता उसी तरह यहां कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचता। सिर्फ चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी पहुंचता है जिसके भरोशे हाटा तहसील स्थित सिंचाई विभाग खंड द्वितीय देवरिया चल रहा है।
बता दें कि सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कई-कई दिनों तक नदारद रहते हैं। जर्जर हो चुके भवन में संचालित सिंचाई विभाग के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी डर के साए में नौकरी करने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं बारिश में सिंचाई विभाग के ऑफिस में लबालब पानी भर जाता है, जिससे वहां रखा कागजात खराब होने के कगार पर पहुंच चुका है। हाटा सिंचाई विभाग कार्यालय पर मौजूद स्टाफ बेलदार ने बताया कि कार्यालय की देख-रेख मेरे ही जिम्मे है। भवन जर्जर हो चुका है, हमेशा डर लगा रहता है कि मकान कहीं ऊपर ही न गिर जाए। बरसात में छत टपकता रहता है, जिसे कागज -पत्र खराब होने का डर बना रहता है। जिलेदार का चार जगह चार्ज है, जिससे वह कभी- कभी ही कार्यालय पर आते हैं। स्टॉप बेलदार ने जिलेदार का नंबर उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई।
कार्यालय पर मौजूद चतुर्थ श्रेणी की महिला कर्मचारी ने बताया कि हम लोग इस जर्जर भवन में नौकरी करने को मजबूर हैं। अगर किसी प्रकार की भी दुर्घटना और घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी। नहर के अमीन ने बताया कि हम लोग इसी जर्जर भवन में रहकर कागज पत्र का काम निपटाते हैं। जर्जर हो चुका भवन कब ऊपर गिर जाए, कोई ठिकाना नहीं है।
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