अवधनामा संवाददाता
इटावा। हिंद की चादर साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 400 वें प्रकाश पर्व को समर्पित धुबरी साहिब आसाम व उत्तर पूर्व भारत के विभिन्न गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए 27 नवम्बर से 13 दिसम्बर तक निकाली जा रही श्री गुरु तेग बहादुर प्रकाश पर्व धार्मिक यात्रा का इटावा पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।धार्मिक यात्रा में चल रहे पांच प्यारों का गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब पर गुरुद्वारा के प्रबंधक तरनपाल सिंह कालरा, चरनजीत सिंह काका,मनदीप सिंह,जसवीर सिंह पप्पी,दलजीत सिंह,राजा साहनी,रिंकू मोगा सहित इटावा की संगत ने पुष्प वर्षा कर फूल माला व सिरोपा पहनाकर स्वागत किया।
धार्मिक यात्रा की अगुवाई कर रहे ज्ञानी सज्जन सिंह ने बताया कि 400 सालां प्रकाश पर्व पर कुरुक्षेत्र से निकली यह धार्मिक यात्रा यमुना नगर,सहारनपुर,नागल,देवबंद, आगरा,फिरोजाबाद,शिकोहाबाद होते हुए इटावा पहुंची है।उन्होंने बताया कि भारत की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने के उद्देश्य से निकली यह धार्मिक यात्रा सभी धर्मों के लोगों को आपसी प्रेम, सद्भावना और भाई चारा कायम रखने का सन्देश देते हुए उत्तराखंड उत्तर प्रदेश व पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के गुरूद्वारा साहिब के दर्शन करते हुए 13 दिसम्बर को वापिस कुरुक्षेत्र पहुंचकर सम्पन्न होगी।
मंगलवार को इटावा शहर में दीपू अरोड़ा,मन्नत टुटेजा,साहिब व एकस कालरा सहित बाइक सवार युवाओं की टोली की अगुवाई में गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब पहुंचने पर धार्मिक यात्रा पर फूलों की वर्षा कर इटावा की संगत द्वारा जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल के नारे लगाते हुए जोरदार स्वागत किया गया।यात्रा में सबसे आगे पंज प्यारों की गाड़ी चल रही थी।संगत ने पालकी साहिब में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को माथा टेक कर अरदास की।
गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधक तरन पाल सिंह कालरा ने कहा कि इटावा की संगत का सौभाग्य है कि हमें इस धार्मिक यात्रा के दर्शन करने का अवसर मिला है।गुरूद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब पर सभी साध संगत को लंगर छकाया गया जिसका सभी ने भरपूर आनन्द उठाया।गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब से चली धार्मिक यात्रा का पंजाबी कालोनी में जगह जगह उपस्थित संगत ने फूलों की वर्षा कर व प्रसाद वितरित कर पालकी साहिब में सुशोभित श्री गुरुग्रंथ साहिब के आगे माथा टेक कर गगनभेदी नारों के मध्य धार्मिक यात्रा ने कानपुर के लिए प्रस्थान किया।