झांसी में भीषण गर्मी का दौर जारी है। यहां अभी तक सभी रिकार्ड टूट चुके हैं। झांसी में पारा 49 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो अब तक सर्वाधिक तापमान का रिकार्ड है। आगरा में भी गर्मी ने 26 साल तो प्रयागराज में 30 साल का रिकार्ड तोड़ा। आगरा में तापमान 48.6 और प्रयागराज में 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले 27 मई 1998 में आगरा का दिन का पारा 48.6 डिग्री और प्रयागराज का 30 मई 1994 में 48.4 पहुंचा था। मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी समेत आसपास के इलाकों में अभी बुधवार और गुरुवार को राहत के आसार नहीं हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, पिछले 132 साल में मई में पहली बार झांसी का अधिकतम तापमान रिकार्ड स्तर पर पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1892 से तापमान रिकार्ड किया जा रहा है, यह पहली बार है कि मई में ही झांसी में 49 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इससे पहले वर्ष 1984 में झांसी का दिन का पारा 48.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। इसके बाद वर्ष 1998 में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सोमवार को अधिकतम पारा 48 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के दूसरे दिन ही मंगलवार को गर्मी ने सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए।
इसके अलावा हमीरपुर का तापमान 48.2, कानपुर एयर पोर्ट क्षेत्र 47.6, वाराणसी 47.6, उरई 47.2, फतेहपुर 47.2, चुर्क 46.2, बुलंदशहर 46, अलीगढ़ 45.8, कानपुर सिटी 45.2, फुर्सतगंज 45.2 और इटावा में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इन जिलों में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट
मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार और गुरुवार को गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में भीषण लू चलने के आसार हैं। प्रदेश के कई शहरों में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री से अधिक चल रहा है। गुरुवार से बंगाल की खाड़ी से आने वाली पुरवा हवाओं और तराई क्षेत्रों में संभावित बारिश के प्रभाव से लू की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आएगी। एक जून से प्रदेश को लू से निजात मिलने की संभावना है।
पूर्वांचल में कल से बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार से पूर्वांचल में मौसम बदलेगा। गोरखपुर और बस्ती मंडल के लगभग सभी जिलों में बारिश का पूर्वानुमान है। शुक्रवार को देवीपाटन और आजमगढ़ मंडल में हल्की से मध्यम बरसात होगी। इसी दिन अयोध्या मंडल में मौसम करवट लेगा और हल्की बारिश से गर्मी से राहत मिलेगी। इसका असर लखनऊ समेत आसपास के क्षेत्रों पर भी पड़ेगा। राजधानी में 31 मई से दो जून तक बादलों की आवाजाही रहेगी, जिससे अधिकतम तापमान तीन-चार डिग्री और न्यूनतम दो डिग्री तक गिर सकता है।