रामलला को पहनाया गया सोने का मुकुट, मिली नई पोशाक

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अवधनामा संवाददाता

कोरोना काल के बीच सादगी से मना रामनवमी पर्व

अयोध्या।(Ayodhya) इस वर्ष भी भगवान राम के जनमोत्स्व पर कोरोना का संकट छाया रहा जिस कारण। श्रीराम नवमी पर्व पर भगवान श्रीरामलला के जन्मोत्सव पर्व को उनके जन्मस्थल अयोध्या धाम में बड़े ही सादगी के साथ मनाया गया। प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में  श्रीरामलला सहित सभी विग्रह को वैदिक मंत्रोंचारण के साथ उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की ओर से समर्पित की गयी नई पोशाक भी धारण कराई गई। इसके अलावा श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला को सोने का मुकुट पहनाया गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सौजन्य से श्रीराम लला के साथ विराजमान चारों भाइयों को भी सोने का मुकुट धारण कराया गया।
पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीरामलला को अपने निकटतम विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा तथा पुजारी संतोष महाराज के माध्यम से अपनी श्रद्धा समर्पित करते हुये भगवान को छप्पन भोग प्रसाद लगवाकर देश व प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना महामारी से मुक्ति तथा समाज के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की थी। रामनवमी के मौके पर बुधवार को पुनः उप मुख्यमंत्री मौर्य ने अपने संकल्प और परम्परा का  पालन करते हुये भगवान को अपनी श्रद्धा समर्पित किया। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राम जन्मोत्सव के अवसर पर कहा कि वर्तमान का कोरोना संकट शीघ्र समाप्त होगा और राम भक्त प्रभु राम के चरणों में पुनः दर्शनार्थ उपस्थित होंगे। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम सभी अपने निवास स्थान पर रहकर प्रभु राम की स्तुति करें और सम्पूर्ण विश्व के स्वस्थ जीवन की मंगल कामनायें करें। अयोध्या में रामनवमी पर्व पर बाहरी श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के जन्मउत्सव से वंचित रहना पड़ा कोरोना संकट के चलते अयोध्या में रामनवमी पर्व सादगी से मनाया गया। इस बार भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान राम के जन्म उत्सव का उल्लास देखने को नही मिल रहा। आम श्रद्धालु के लिए अयोध्या के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं।अयोध्या धाम की सीमा सील कर दी गयी है।अयोध्या धाम में आम श्रद्धालु प्रवेश नही कर पा रहे हैं। अयोध्या आने पर  48 घंटे के अंदर कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने की बाध्यता लागू कर दी गयी है। राम जन्मभूमि परिसर में भी रामलला का जन्मोत्सव  सादगी पूर्ण ढंग से मनाया गया।
    कनक भवन समेत अन्य मंदिरों में भी सादगी पूर्ण से भगवान राम का जन्म उत्सव मना। बुधवार दोपहर 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्म हुआ। कोरोना संक्रमण के चलते अयोध्या में श्रद्धालुओं को प्रवेश न मिलने से सरयू तट पर भी सन्नाटा छाया रहा। सरयू के घाटों पर स्नान करने वालों की भीड़ नहीं देखने को मिली। यही हाल राम जन्मभूमि और कनक भवन समेत अन्य प्रमुख मंदिरों की ओर जाने वाले मार्गों का है। कहीं भी श्रद्धालुओं के जत्थे नहीं दिखाई दिये। अयोध्या की बाहरी सीमा से आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस के जवान वहीं से वापस लौटा दे रहे हैं।
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