अवधनामा संवाददाता
खड्डा, कुशीनगर। मठिया रजवाहा में हेड से टेल तक सफाई नही होने तथा अधिक पानी आने से नहर ओवरफ्लो होकर पटरी तोड दी है। जिसके कारण सैकड़ो एकड़ बोई हुई खेती जलमग्न हो गया है। किसानों के खेत में तिलहन, दलहन और गेहूं की खेती अब बर्बाद होने के कागार पर है। किसान कहते है की इस महगाई में काफी भर्ती लगा कर खेतों की बुआई किये थे। पानी का जलभराव अब सारे मंसूबों को चौपट कर दिया है।
बताते चले कि कुछ दिन पूर्व सिचाई विभाग क्षेत्र के नहरों की सिल्ट सफाई और मरम्मत कार्य किया था। किसानों के मुताबिक मठिया राजवाहा अभी खैरी व पडरही गांव के सरेह तक ही सफाई हो सकी थी। पूरा टेल तक सफाई नही हो सका था। सफाई के दौरान लापरवाही बरती गई थी। सिल्ट से पटरियों के बेड को मरम्मत कर देना चाहिए। ऐसा नही किया गया। तब तक शुक्रवार को इस रजवाहे एंव माइनरों में पानी छोड़ दिया गया। टेल तक सफाई नही होने एंव क्षमता से अधिक पानी आने से कही राजवाहा तो कही माइनर ओवरफ्लो होकर पानी इधर उधर बहने लगा। मठिया राजवाहा में पडरही साईफन के सामने आगे की सफाई नही होने से तथा अधिक पानी आने के कारण राजवाहा ओवरफ्लो होकर बहने लगा। कुछ ही समय में पानी का अत्यधिक दबाव से पटरी टूट गयी और पानी किसानों के खेतों में बहने लगा। अब क्षेत्र के किसानों का हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गया है। खैरी गांव निवासी इंद्रजीत चौरसिया, दलजीत चौरसिया, रामनिवास, आनंद चौरसिया, श्रीनाथ चौरसिया, महाप्रसाद, मंसूरी, अनिरुद्ध, हीरालाल, मोती लाल, पडरही निवासी परभंश मल्ल, राजकिशोर चौरसिया, बेचई मिश्रा, कैलाश मिश्रा, विनोद आदि किसानों ने बताया कि राजवाहा का पानी खेत में एकत्र होने से तिलहन,दलहन और गेहूं की फसल खराब हो गयी है। गन्ने की खेतों में भी पानी भरा हुआ है। गन्ना छीलिया करा मिलों पर भेजने में महीनों दिन लग जाएंगे। किसान कहते है कि दो साल से मौसम दगा दे रहा है इस साल नहर विभाग के कर्मचारियों के लापरवाही से हम किसान बर्बाद हो गये। इस महगाई के समय में कर्ज ले किसानी किये थे। अब सारे मंसुबे पर पानी फिर गया। किसानों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से राजवाहो के हेड से टेल तक सफाई और जर्जर पटरियों को मरम्मत कराने की मांग की है। इस संबंध में सिंचाई विभाग के अवर अभियंता से बात करना चाहा गया लेकिन बात नही हो सकी है।