पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित पूरे दक्षिण बंगाल को फिलहाल बारिश से राहत मिलने वाली नहीं है। पिछले करीब हफ्ते भर से लगातार बारिश हो रही है और यह अभी भी लगातार दो-तीन दिनों तक जारी रहेगी। इससे हालात और बिगाड़ सकते हैं। पहले ही दक्षिण बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अलीपुर स्थित मौसम विभाग ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। विभाग की ओर से बताया गया है कि कोलकाता में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। पिछले दिन की बारिश ने 30.1˚C (-2.4) अधिकतम और 26.0˚C (-0.6) न्यूनतम तापमान दर्ज किया। आर्द्रता अधिकतम 97 फीसदी और न्यूनतम 80 फीसदी रही। कोलकाता में 29.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राज्य के अन्य हिस्सों में स्थिति और भी गंभीर हो गई है। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपातकालीन बैठक बुलाई है और जिलों के अधिकारियों को चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार ने सात जिलों – पश्चिम बर्दवान, बांकुरा, बीरभूम, पूर्व बर्दवान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली और हावड़ा में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। इन जिलों के अधिकारियों को निचले इलाकों की पहचान करने और संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिलों में भी भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़कें बंद हो गई हैं। इस क्षेत्र में यातायात को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
सरकार ने राहत सामग्री और आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं और निचले इलाकों में पानी का स्तर बढ़ने पर अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं।
इस बीच, लगातार हो रही बारिश से राज्य के अन्य हिस्सों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।