अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। तीन दिन दिन हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर से लेकर गांव तक लोग जलभराव की समस्या से जूझते रहे। धान की अगेती धान की फसल खेतों में गिर गई जलभराव से धान की फसलों को नुकसान होने लगा। कई स्थानों पर पेड़ गिरने से यातायात जहाँ बाधित है। वहीं बिजली व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई।
शुक्रवार को सुबह झमाझम बारिश से ताल तलैया पानी से लबालब हो गए, वही सड़कें भी तालाब में बदल गयी। आवागमन प्रभावित हो गया। कई स्थानों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट गए जिससे बिजली बाधित हो गई। शहर के कई मोहल्लों में जलभराव होने से लोग घरों में कैद हो गए। जमुरिया नाला ऊफना गया और पीरबटावन, रफीनगर व घोसियाना के आस पास बसी आबादी जलभराव से जूझती नजर आई। भीषण वर्षा को देखते हुए जिलाधिकारी स्कूलों में आपातकालीन छुट्टी घोषित कर दी। सीएचसी, पीएससी से लेकर स्कूलों में जलभराव हो गया। धान की फसल खेतों में बीच गई और जलमग्न हो गई। जिससे किसान काफी परेशान दिखे। जहांगीराबाद के रहमतनगर के पास बड़ी नहर इस कदर उफनाई कि पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह रहा था।
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