नई दिल्ली, 13 मार्च: सरकार ने रेलवे टिकटों के बिखराव को रोकने के लिए टिकट बुकिंग एजेंटों की नियुक्ति को समाप्त करने का फैसला किया है और यात्री अपने मोबाइल फोन, निजी कंप्यूटर या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से टिकट बुक कर सकते हैं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में आम बजट 2020-21 के तहत रेल मंत्रालय की मांगों पर गुरुवार को एक बहस का जवाब देते हुए यह घोषणा की।
गोयल ने कहा कि उन्होंने रेलवे टिकटों की हेराफेरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से ऐसे एजेंटों के खिलाफ कड़ी जांच के बाद अभियान चलाया। रेलवे एजेंटों ने ‘तत्काल टिकट’ की बुकिंग के लिए अवैध सॉफ्टवेयर जब्त कर लिया है और दलालों के खिलाफ कार्रवाई की है। सॉफ्टवेयर बेचने वाले 104 लोग और 5,300 दलाल गिरफ्तार किए गए हैं। 884 विक्रेताओं को काली सूची में डाल दिया गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस पूरे कारोबार को देखते हुए एजेंटों की नियुक्ति को रोकने का फैसला किया है। आजकल सभी के पास स्मार्टफोन हैं। लोग अपने फोन से बुकिंग कर सकते हैं। सरकार के कॉमन सर्विस सेंटरों पर भी टिकट बुक किए जा सकते हैं।
उन्होंने लोगों से गारंटीकृत टिकटों के लिए हाथापाई नहीं करने और उन्हें ईमानदारी से खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू किए गए अभियान में 10 मिलियन रुपये के टिकट रद्द किए गए जो कि अवैध सॉफ्टवेयर से बनाए गए थे। लोगों के पैसे डूब गए और टिकट हाथ से चले गए। इसलिए लोगों को गलत सर्कल में नहीं जाना चाहिए और ईमानदारी से टिकट खरीदना चाहिए।