केंद्र सरकार के खिलाफ पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पिछले आठ माह से धरना दे रहे किसान की बीती रात मौत हो गई। शुक्रवार देर रात किसान की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुस्साए किसानों ने आज केंद्र व राज्य सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मृतक की पहचान मोगा निवासी बलविंदर सिंह (72) के रूप में हुई है। बलविंदर सिंह तीन एकड़ जमीन के मालिक थे। हाल ही में वह शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का हिस्सा बने थे। किसान नेताओं का कहना है कि यह बेहद दुखद और दर्दनाक स्थिति है।
बलविंदर सिंह कुछ दिनों से बीमार थे। तबीयत खराब होने पर उन्हें पहले राजपुरा ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर पाई गई। इसके बाद उन्हें पटियाला रेफर किया गया और अंत में पीजीआई चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां देर रात उनकी मौत हो गई। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई चंडीगढ़ में रखा गया है। किसान नेता साथी के शव को शंभू बार्डर पर लेकर जाना चाहते हैं। इसे लेकर पंजाब सरकार तथा किसान नेताओं के बीच बातचीत चल रही है।