तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों, बराहनगर से सायंतिका बनर्जी और भागवानगोला से रेयात हुसैन ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के निमंत्रण को बुधवार नजरअंदाज कर दिया था। इसके बजाय दोनों ने राज्य विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और मांग की कि राज्यपाल शपथ दिलाने के लिए वहां आएं। दोनों दिन भर विधानसभा में बैठे रहे थे और अब गुरुवार को भी वे ऐसे ही विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे।
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि गुरुवार को विधानसभा में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के सामने उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। बुधवार की तरह गुरुवार को भी दोनों के हाथों में पोस्टर रहेगा जिस पर लिखा था, “शपथ के लिए माननीय राज्यपाल के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं” और साथ ही अपने निर्वाचन प्रमाण पत्र भी लिए हुए रहेंगे। हालांकि सूत्रों ने बताया है कि अब किसी भी सूरत में अगले एक हफ्ते तक शपथ ग्रहण समारोह नहीं हो पाएगा। इसकी वजह है कि राज्यपाल अपराह्न के समय पश्चिम बंगाल से बाहर दूसरे राज्य चले गए हैं और कम से कम हफ्ते भर बाद लौटेंगे। इसलिए उसके पहले शपथ ग्रहण समारोह नहीं हो सकेगा। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर विमान बनर्जी कह चुके हैं कि वह विधायकों के शपथ ग्रहण के लिए कानूनी कदम भी उठाएंगे और आवश्यकता पड़ने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी हस्तक्षेप की मांग करेंगे। अब देखने वाली बात होगी कि दोनों नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर क्या कुछ स्थिति बनती है।