अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. पूरे शरीर को स्कैन कर कुछ ही समय में गंभीर बीमारियों का पता लगा लेने वाली तकनीक एमआरआई यानि मैग्नेटिक रिज़ानेंस इमेजिंग को दुनिया के सामने लाने वाले ब्रिटेन के भौतिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर जॉन मल्लार्ड का 90 साल की उम्र में निधन हो गया.
जॉन मल्लार्ड ने मेडिकल साइंस को जो योगदान दिया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. प्रोफ़ेसर जॉन उस टीम के प्रमुख थे जिसने एमआरआई मशीन को विकसित किया. यह पहली ऐसी मशीन है जो मनुष्य के पूरे शरीर को स्कैन कर कैंसर, डिमेंशिया समेत कई गंभीर बीमारियों का पता लगा लिया जाता है.
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एमआरआई मशीन की यह खासियत होती है कि वह शरीर के अन्दर लगी चोटों के बारे में भी पलक झपकते ही पता लगा लेती है. इस मशीन का इस्तेमाल कर डाक्टरों को मरीज़ का इलाज करने में मदद मिलती है.
प्रो. मल्लार्ड ने मेडिकल साइंस को जो अहम योगदान दिया उसके लिए उन्हें ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के जन्मदिन के मौके पर सम्मानित किया गया. उन्हें साल 2004 में फ्रीडम ऑफ़ द सिटी ऑफ़ एवरडीन सम्मान से भी सम्मानित किया गया.