अवधनामा संवाददाता
सूरतगंज (बाराबंकी)। बिजली विभाग में अस्थाई रूप से काम करने वाले निजी लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई। करंट उस वक्त लगा, जब वह पोल पर बिजली का तार खोलने के लिए चढ़ा रहा था। मृतक के परिजनों का आरोप है कि गांव के बाहर यूकेलिप्टस के पेड़ कटवा रहे एक ठेकेदार ने उसे शटडाउन का झांसा देकर पोल पर चढ़ाया था। जबकि उस वक्त लाइन में पहले से ही करंट दौड़ रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया है।
जानकारी के अनुसार मोहम्मदपुर खाला थाना इलाके के कुतलूपुर निवासी पंकज तिवारी (30) बिजली विभाग में अस्थायी रूप से काम करता था। उसके भाई मोनू तिवारी ने बताया कि मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे गांव के बाहर लकड़ी के ठेकेदार यूकेलिप्लट्स के पेड़ कटा रहा था। पेड़ों के पास से ही ग्यारह हजार वोल्टेज की हाईटेंशन लाइन गुजरी है। लाइन का तार पेड़ को छू रहा था। इस बीच ठेकेदार ने पंकज को तार खोलने के लिए बुलाया था। आरोप है कि रामनगर थाना क्षेत्र के साईताकिया निवासी ठेकेदार अल्ताफ ने पंकज को शटडाउन का झांसा दिया। उसने कहा कि हमने सब स्टेशन से शटडाउन ले रखा है। ठेकेदार के भरोसे पर वह बिजली पोल पर चढ़ गया।बताया ये भी जा रहा है, कि अचानक उसका हाथ बराबर से गुजर रहे तारों से छू गया, जिसमें पहले से करंट दौड़ रहा था। इससे उसे झटका लगा और वह नीचे गिर गया। गंभीर रूप से झुलसे पंकज को आननफानन में सीएचसी सूरतगंज ले जाया गया। वहां तैनात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंचे सूरतगंज चौकी प्रभारी कन्हैयालाल पाण्डेय ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय को भेज दिया है। इस संबंध में जेई एसपी मिश्रा ने बताया कि मृतक का बिजली विभाग से कोई संबंध नहीं था। लाइन पर कैसे व किसके कहने पर चढ़ा इसकी जानकारी की जा रही है। जबकि एक्सीएन दिलीप कुमार यादव ने घटना की जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर की है।
बेटे के सिर से उठा पिता का साया: मृतक पंकज तिवारी की चार वर्ष पूर्व शादी हुई थी। उसके तीन वर्षीय एक बेटा नमों तिवारी है। जिसके सिर से सदैव के लिए पिता का साया उठ गया है। परिवार जनों के संग ही मृतक की पत्नी ज्योति तिवारी का रो रो कर बुरा हाल था।