अवधनामा संवाददाता
प्रधान संघ ने लगाया एक तरफा कार्रवाई का आरोप
महिला प्रधान का मुकदमा दर्ज न होने पर जिला स्तरीय आंदोलन
गोंडा। लोस चुनाव में सभी प्रधानों ने बूथ व्यवस्था में सहयोग कर मतदान संपन्न कराया और प्रषासन सचिव व प्रधान विवाद में सचिव की सुन रहा है जो प्राकृतिक न्याय का हनन है। महिला प्रधान का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। सचिव का फर्जी मुकदमा प्रधान पति पर दर्ज हो गया। इसे लेकर प्रधान संगठन सोमवार को सीडीओ एम अरून्मोलि से मिलकर महिला प्रधान को न्याय दिलाने की मांग की और ग्राम पंचायत में सचिवों की उपिस्थिति अनिवार्य करने की मांग की। सीडीओ ने जांच कमेटी बनाने का आष्वासन दिया। प्रकरण विकास खंड पडरीकृपाल की ग्राम पंचायत मलारी का है जहां पर इंटरलाकिंग कार्य का भुगतान बकाया था, इसे लेकर सचिव व प्रधान में विवाद हुआ, इसे लेकर प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष उमापति त्रिपाठी की अगुवाई में प्रधानों का एक षिश्टमंडल सीडीओ एम अरून्मोलि से सोमवार को विकास भवन में मिले और संगठन की पीडा से अवगत कराया। अध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि महिला प्रधान के साथ अभद्रता हुई जिसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, सचिव दारू पीकर विवाद किया उसका मुकदमा दर्ज हो गया। महिला प्रधान गांव की अध्यक्ष है और उसके गरिमा के साथ खिलवाड क्षम्य नहीं है। संघ ने एक सप्ताह का समय देते हुए कहा कि कितने सचिव अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे है,इसकी जांच कराये दूध का दूध व पानी का पानी अलग हो जाएगा। ऐसा नहीं हुआ तो प्रधान संगठन सोलह ब्लाकों से प्रधानों को बुलाकर डीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्षन को बाध्य होगा। षिश्टमंडल में कृश्ण कुमार वर्मा, दिनेष कुमार षुकल,अवधेष कुमार, सुषील कुमार जायसवाल, रधुराज वर्मा, अनिल कुमार मिश्र षमिल रहे।
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प्रधान पति पर मुकदमा दर्ज , जांच सीओ को
गोंडा। गत 24 मई को पडरीकृपाल ब्लाक पर प्रधान सचिव से मिलने आयी थी उनके साथ उनके पति भी आये थे, किसी अभिलेख पर हस्ताक्षर करने को लेकर विवाद हो गया, इसके बाद सचिव ने मारपीट व जाति सूचक षब्दों के उपयोग को लेकर कोतवाली नगर में पति के खिलाफ दर्ज करा दिया। इसके बाद सचिव लामबंद हो गये। सीओ विनय सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है।