अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। लखनऊ अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल का वार्षिकोत्सव नन्हे मुन्ने बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व विधानसभा स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्वलित कर किया।
वार्षिकोत्सव में बच्चो को आशीर्वाद वचन देते हुए
विधानसभा के पूर्व स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि कोई भी भाषा अपने साथ संस्कार लेकर जाती है। अंग्रेजी हमारी समक्ष और उपयोग में हो सकती है, पर समानांतर अंग्रेजी राष्ट्रभाषा का विकल्प नहीं हो सकती। हमारा देश हिंदी में सोचता है, गाता है, सोता है, जागता है। आज योग और ऋग्वेद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा में वैदिक साहित्य के बाद उपनिषद आते हैं। जब भारत विश्व गुरू था, तब हमारी शिक्षा मानवता के काम आई थी। शिक्षा वही जो मानवता के काम आए। श्री दीक्षित का स्वागत करते हुए विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. सुभाष सिंह ने स्कूल की उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर डीआईओएस ओपी त्रिपाठी, एडीजे लखीमपुर सुभाष सिंह, एएसपी आशुतोष मिश्रा ने विद्यालय के 12वीं की परीक्षा में प्रथम आने वाले छात्रों को सम्मानित किया।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों के थिरकते कदमों की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करने के बाद गणेश वंदना के साथ शुरू हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विभिन्न परिधानों में सजे बच्चों द्वारा भावपूर्ण प्रस्तुति निर्णय हंस के लिए, विवाह समारोह, सत्य की खोज, सत्य का ज्ञान की नाट्य प्रस्तुति पर जमकर तालियां बजीं तो शांति की अनिवार्यता प्रसंग की खूब सराहना हुई।
कार्यक्रम में एफएम 94.3 के आरजे पुनीत ने अपनी आवाज से लोगों को गुदगुदा कर जोश भर दिया। इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन पीपी सिंह, प्रधानाचार्या भारती मनकानी, असिस्टेंट डायरेक्टर केके सिंह सहित स्कूल के बच्चे व अभिभावक मौजूद रहे।