अवधनामा संवाददाता
गोरखपुर/पिपराईच। छठ पर्व पर घाटों की रौनक बढ़ गई है । संतान की प्राप्ति एवम उनके दीर्घायु होने की कामना के साथ व्रति महिलाएं डूबते हुए सूर्य को आज आराध्य देंगी।
दिवाली के बाद सूर्य उपासना और लोक-आस्था का महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो चुकी है। गोरखपुर में जगह-जगह छठ घाट बन चुके हैं और उनकी सफाई की जा रही है। बाजार में छठ पूजा के सामान दिवाली के पहले से ही मिलने लगे थे। यहां छठ घाटों पर पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा की पूरी तैयारी मुकम्मल कर लिया है।
दरअसल, छठ बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में मनाया जाने वाला एक लोक-आस्था का त्योहार है, लेकिन अब इस पर्व को लगभग पूरे भारत में मनाया जाने लगा है।
गोरखपुर के राजघाट पर तो लोग छठ पर्व की उपासना के लिए एडवांस में वेदी बना रहे हैं। वेदी बनाकर इस की रखवाली भी कर रहे हैं । घाट पर लोगों ने 2 दिन पहले से ही अपनी अपनी जगह पर कब्जा लेकर इसे चारों तरफ डंडे से घेर दिया है। ताकि कोई दूसरा इसपर कब्जा न कर लें। इनमें से कुछ लोग तो घाट पर कई बार आ रहे है और अपनी बेदी की रखवाली कर रहे है।
शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण अंचलों में भी छठ की धूम है। बाज़ार गुलज़ार हैं और महिला व पुरुष सभी छठ की खरीदारी में व्यस्त हैं। नदी के किनारे घाटों के अलावा भी शहर में विभिन स्थानों पर अस्थाई कुंडों का निर्माण किया गया है।स्थानीय उपनगर सहजनवां के अलावा पिपराईच, उनवल समेत चौरीचौरा मे भी छठ की तैयारी जोरों से चल रही है घाटों पर छठ की पूजा के लिये बेदी बनाने मॆ महिलाएँ और पुरुष दोनो लोग लगे हुए है। इस अवसर पर नगर पंचायत के कर्मी भी निरंतर एक सप्ताह से छठ पूजा को लेकर पोखरे पर सफाई व अन्य व्यवस्था में लगे हुये है।