अवधनामा संवाददाता
पीड़ित ने एसपी के नाम शिकायती पत्र देकर मामले में कार्यवाही की उठाई मांग
घूसखोरी का दिया हुआ पैसा मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
ललितपुर। वैसे तो पुलिस का नाम जुबान पर आते ही घूसखोरी दिमाग में आना लाजमी है, क्योंकि कई भृष्ट पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने पुलिस का नाम कुछ इस तरह बदनाम कर दिया है कि पुलिस कोई काम बिना पैसे लिए नहीं करती। ऐसे ही एक मामले में रिपोर्ट लगाने के नाम पर थाना जखोरा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने एक ऐसे व्यक्ति से हजारों रुपए की रिश्वत ले ली जिसके नाम न्यायालय के आदेश पर मामला पंजीकृत हुआ था। इस बात की जानकारी तब हुई जब काम ना होने पर दिए हुए पैसे आरोपी ने कहीं उस पुलिसकर्मी से वापस मांगे। पुलिसकर्मी से पैसे वापस मांगने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें स्पष्ट रूप से उस पुलिसकर्मी का नाम सामने आ रहा है। मामला थाना जखौरा पुलिस से जुड़ा हुआ है। जिस के संबंध में पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर उक्त मामले में कार्यवाही की भी मांग उठाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना जखौरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धुरवारा निवासी छत्रपाल पुत्र ब्रजनंदन ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक के नाम शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि थाना जखौरा में न्यायालय के आदेश पर उसके नाम से एक सड़क दुर्घटना का मामला पंजीकृत कराया गया है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। जबकि इस सड़क दुर्घटना में उसका कोई हाथ नहीं है और मौके पर उसकी बाइक क्रमांक यूपी94 एन 8713 भी नहीं थी फिर भी विपक्षियों ने आपसी रंजिश के चलते उसके नाम से मामला पंजीकृत कराया है। जिसके बाद उसकी मोटरसाइकिल थाना जखोरा पुलिस द्वारा अपने कब्जे में लेकर थाने में रख ली गई थी। उक्त मामले को लेकर जब वह न्यायालय पहुंचा तब बाइक छुड़ाने के लिए न्यायालय ने थाने से उक्त मामले में आख्या मांगी। आरोप है कि उक्त मामले को निपटाने एवं धारा 304ए खत्म करने के लिए थाने में तैनात पुलिसकर्मी उपनिरीक्षक प्रेम सिंह से उसने जब संपर्क किया, तब उपनिरीक्षक ने उसे इस मामले को खत्म करने के लिए एक लाख की मांग की थी। लेकिन बातचीत करने के बाद वह तो मामला निपटाने के लिए प्रेम सिंह ने उससे 50 रुपये ले लिए थे। लेकिन जब काफी दिनों तक उसके मामले में कोई रिपोर्ट नहीं लगाई गई और न्यायालय द्वारा उसे संबंध भेजा गया तो उसे जानकारी हुई कि उक्त मामला अब भी जस का तस है । पुलिसकर्मी ने उसका साथ नहीं दिया और उससे हजारों रुपए भी ले लिए। जिसके बाद पीड़ित नहीं एक स्थान पर बैठकर पुलिसकर्मी से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन उस पुलिसकर्मी ने पैसे वापस नहीं दिए। जब पीड़ित अपने दिए हुए पैसे वापस मांग रहा था, तब वहां पर मौजूद किसी ने उसका वीडियो बना लिया और पैसे मांगते हुए पुलिसकर्मी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब इस मामले में देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस अधीक्षक शिकायती पत्र देने के बाद वीडियो के आधार पर उक्त पुलिसकर्मी के साथ क्या कार्यवाही अमल में लाते हैं या फिर इस मामले को यूं ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।