अवधनामा संवाददाता
पूराबाजार-अयोध्या। ब्लाक मनरेगा के तहत खोदे गए तालाबों में अब धूल नहीं उड़ेगी। अब मनरेगा के तहत खोदे गए तालाबों में प्रधान, सेक्रेटरी व बीडीओ पानी भरवाएगें। इसकी निगरानी एसडीएम करेंगे। सूखे तालाबों के बारे में जानकारी होने पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
सभी खंड विकास अधिकारियों को पत्र लिखकर पानी की व्यवस्था जिम्मेदार लोगों से कराने के लिए कहा है। बताया जैसे ही तालाबों में पानी भरा जाएगा। वैसे ही मवेशियों को पीने के पानी की किल्लत खत्म हो जाएगी। साथ ही गांव के पानी का स्टेटा भी मेंटेन रहेंगा। क्षेत्र में पीने के पानी को लेकर एक ओर आदमी तो जद्दोजहद कर ही रहा है। जानवरों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कारण की अधिकांश तालाबों में पानी नहीं है। ग्रामीण अंचल में मनरेगा के तहत खोदे गए अमृत सरोवरों की पड़ताल में पाया गया कि पचास फीसदी से अधिक तालाबों में धूल उड़ रही है। पानी के अभाव में छुट्टा मवेशी भटक रहे है। पिछले दिनों तालाब में पानी की कमी के कारण एक गांव में एक कछुआ रात में गांव की ओर जाते हुए दिखायी दिया था। माना जा रहा था कि तालाब में पानी न होने के कारण प्यासा कछुआ गांव की ओर जा रहा था। मनरेगा के तहत करीब सौ अमृत सरोवर व तीन सौ के करीब सामान्य तालाब है। बीडीओ अनुराग सिंह ने बताया कि आदेश को अमल में लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है। सभी प्रधानों को पत्र भेजकर व्यवस्था के लिए कहा गया है जहां दिक्कत होगी वहां ब्लाक स्तर से कार्य होगा