अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। मेयर संजीव वालिया ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता और लाल बहादुर शास्त्री के ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के सिद्धांत को जीवन में अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि इन दोनों महापुरुषों के इन सिद्धांतों व जीवन सूत्रों को अपना लिया जाए तो व्यक्ति व समाज की अनेक समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेंगी।
मेयर संजीव वालिया नगर निगम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर ध्वजारोहण के बाद उनकी स्मृति में आयोजित भावांजलि समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सहारनपुर को राष्ट्रीय स्तर पर 40वीं और प्रदेश में तीसरी रैंक प्राप्त होने पर सहारनपुर के लोगों तथा निगम की टीम को बधाई देते हुए कहा कि जो कमियां रह गयी है उन्हें दूर करने का प्रयास किया जायेगा। सहारनपुर में इतनी क्षमता है कि सहारनपुर टॉप टेन में स्थान बना सके।
नगरायुक्त गजल भारद्धाज ने गांधी दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हम अपना दृष्टिकोण केवल अपने तक या एक दायरे तक सीमित रखते है और उसे ही सत्य मानते है,इसलिए पूरा सत्य नहीं जान पाते। आवश्यकता इस बात की है कि हम दूसरों के सत्य को भी जानने का प्रयास करें,उनके कार्याे को भी देंखे कि उनके कार्यों का समाज व राष्ट्र पर क्या प्रभाव पड़ रहा है, तभी हम पूर्ण सत्य को जान सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांधी व शास्त्री के सिद्धांत और आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं।
अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने कहा कि यदि हम अपने कार्य पब्लिक सेवा को ध्यान में रखकर और समाज के आखरी पायदान पर बैठे व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से करें तो गांधी और शास्त्री के सिद्धांतों का स्वतः अनुसरण हो जाता है। डॉ.वीरेन्द्र आज़म ने राष्ट्रपिता गांधी के सहारनपुर से सम्बंध का विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि गांधी जी को सबसे पहले अप्रैल 1915 में गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक स्वामी श्रद्धानंद ने एक समारोह में ‘महात्मा’ की उपाधि से विभूषित किया था। इसके अतिरिक्त लेखाधिकारी राजीव कुशवाह, कर्नल बी एस नेगी, पार्षद नंदकिशोर शर्मा, मान सिंह जैन, भूरासिंह प्रजापति, यशपाल पुंडीर आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में पार्षद नरेश रावत, अपर नगरायुक्त सतेंद्र तिवारी, जीएम जलकल मनोज आर्य, सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे। संचालन डॉ.वीरेन्द्र आजम ने किया।