भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ब्रुनेई का दौरा पूराकर सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिंगापुर में राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग, गोह चोक टोंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे। प्रधानमंत्री की ब्रुनेई और सिंगापुर की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा कल (मंगलवार) शुरू हुई। यात्रा के पहले चरण में वो कल ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान पहुंचे।
आज सिंगापुर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलिकायह के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस बैठक में रक्षा और ऊर्जा संबंधों पर चर्चा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी आज दोपहर का भोजन सुल्तान हसनअल बोल्किया के आधिकारिक निवास इस्ताना नूरुल इमान पैलेस में करेंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा महल है। इस महल का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है। इसमें 1,788 कमरे, 257 बाथरूम और 38 तरह के संगमरमर से बनी 44 सीढ़ियां हैं। ब्रुनेई के कुछ यादगार लम्हों की तस्वीरें संक्षिप्त विवरण के साथ प्रधानमंत्री मोदी के एक्स हैंडल पर साझा की गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी मोदी दक्षिण पूर्वी एशिया में स्थित भौगोलिक तौर पर छोटे देश ब्रुनेई की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई में उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद भी गए। इसे वर्तमान सुल्तान के पिता ने बनवाया था। उन्होंने भारतीय उच्चायोग में नए चांसरी परिसर का भी उद्घाटन किया। दोनों जगहों पर उन्होंने भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री का विशेष विमान कल शाम ब्रुनेई दारुसलाम के हवाई अड्डे पर उतरा। प्रधानमंत्री मोदी का हवाई अड्डे पर शहजादे अल-मुहतदी बिल्लाह ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी को हवाई अड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया। ब्रुनेई ऊर्जा भंडार के लिहाज से काफी संपन्न है। भारत अभी भी ब्रुनेई से कच्चे तेल का अच्छा खासा आयात करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली ब्रुनेई यात्रा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा ब्रुनेई में भारतीयों के आगमन का पहला चरण 1920 के दशक में तेल की खोज के साथ शुरू हुआ। वर्तमान में लगभग 14,000 भारतीय ब्रुनेई में रह रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दौरा शुरू करने से पहले भारत और ब्रुनेई के बीच कूटनीतिक संबंधों के 40 वर्ष पूरा होने का खास तौर पर जिक्र किया। ब्रुनेई पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा ”मैं आशा करता हूं कि ब्रुनेई के साथ खास तौर पर वाणिज्यिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में और मजबूत होंगे।”