Wednesday, May 14, 2025
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फोटोग्राफी जनसंचार का माध्यम है, आज इसकी अहमियत पहले से भी अधिक बढ़ी हैः डॉ. निर्मल

लखनऊ  फोटोग्राफी ऐसी विधा है, जो इंसान की स्मृतियों को ही नहीं, प्रकृति और दुनिया की हर वस्तु को अजर और अमर कर सकती है। घटनाओं की फोटोग्राफी से लोग जीवन में प्रेरणा ले सकते हैं। फोटोग्राफी के जरिए सामाज और पर्यावरण की समस्या की तरफ लोगों का ध्यान खींचा जा सकता है। फोटोग्राफी के जरिए व्यक्ति और समाज के जीवन में बदलाव लाया जा सकता है, सार्थक संदेश दिया जा सकता है  और यह फोटोग्राफी की सबसे बड़ी ताकत भी है। ये बातें अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने बतौर मुख्य अतिथि कही है। वह ऑल इंडिया फोटोग्राफर फाउंडेशन के प्रतिनिधि सम्मान समारोह को लखनऊ के एक निजी होटल में संबोधित कर रहे थे।

डॉ. निर्मल ने आगे कहा कि फोटोग्राफी को औजार बनाकर बहुत कुछ किया जा सकता है, जिससे लोगों को जीवन में प्रेरणा मिल सके। समय के साथ-साथ फोटोग्राफी की भी उपयोगिता बढ़ी है। हर विभाग में फोटोग्राफी का बड़ा महत्व है। सरकारें अपनी योजनाएं, उपलब्धियां, गतिविधियां बताने के लिए फोटोग्राफी का सहारा ले रही हैं। फोटो और वीडियो ने जनसंचार की दुनिया ही बदल दी है। ऑल इंडिया फोटोग्राफर फाउंडेशन की सरकार से जो मांग है, उसे सरकार के संज्ञान में लाया जाएगा।

डॉ. निर्मल ने कहा कि फोटोग्राफी मनुष्य ही नहीं जीव जंतुओं और प्रकृति के अनेक पहलुओं को लेकर सामने आता है। फोटोग्राफी एक कला है। इससे जहां लाखों लोगों को रोजगार मिलता है, वहीं सैकड़ों, हजारों साल पुरानी यादों को संजोने का काम भी फोटोग्राफी ही करता है। आज हम बाबा साहेब आंबेडकर, महात्मा गांधी समेत तमाम महापुरुषों की तस्वीरें देखते हैं, वह फोटोग्राफी की ही देन हैं। पत्र पत्रिकाओं-अखबारों के लिए की जाने वाली फोटोग्राफी की अहमियत को आप समझ सकते हैं। आज सभी मीडिया संस्थानों में फोटोग्राफर काम करते हैं।

सबूत के तौर पर अहमियत को बताते हुए डॉ. निर्मल ने कहा कि कोर्ट में दस्तावेज के तौर पर भी कई बार फोटोग्राफ अहम होते हैं। फोटो कभी झूठ नहीं बोलते। कहा भी गया है कि एक फोटो हजारों शब्दों के बराबर है। ऐसे में इस विधा के महत्व को समझा जा सकता है। वाइल्ड फोटोग्राफी का कारोबार तो आज हजारों करोड़ रुपए का हो गया है। दर्जनों टीवी चैनलों पर वाइल्ड फोटोग्राफी की बदौलत ही प्रोग्राम आ रहे हैं। हम ऐसे तमाम फोटोग्राफरों को बधाई देते हैं, जो इस विधा से जुड़े हुए हैं। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के जरिये ही आज हम घर बैठे ही कोई भी जानकारी टेलीविज़न के द्वारा हम देख सकते हैं। आज हम जो कोई भी सीरियल, मूवीज आदि आज मनोरंजन के साथ देखते है ये सब फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का ही कमाल है। जिस तरह से टीवी चैनलों की संख्या बढ़ी है, उसी तरह से फोटो विधा से जुड़े हुए लोगों की डिमांड भी बढ़ी है। प्रतिनिधि सम्मेलन में पूरे प्रदेश के हर जिले से आए फोटोग्राफरों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेद्र कुमार कश्यप, लखनऊ जिल अध्यक्ष निखिल गुप्ता, लखनऊ के महासचिव विनील गुप्ता, गोमती नगर के क्षेत्र प्रभारी धीरज चतुर्वेदी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल
मो. 8808827770

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