अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी: कोरोना की महामारी ने हमारी पारम्परिक आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति पर आमजन के विश्वास को बढ़ाया हैं। आयुर्वेद एक बार फिर घर-घर में अपनाया जाने लगा है। कोरोना के बाद एक बार फिर आयुर्वेद उपचार पर विश्वास बढ़ा है। इस पुरानी पद्धति को बढ़ाने में पुराने वैद्य भी अपना योगदान देते हुए नजर आते हैं इसी क्रम में परिचय कराते हैं बाराबंकी जनपद के कोठी कस्बे के रहने वाले वैद्य राम सागर चौहान से जो आयुर्वेद को बढ़ाने में जागरूकता अभियान सोशल मीडिया पर चला रहे हैं. जो हर रोज वीडियो फोटो मैसेज के माध्यम से लोगों को जड़ी बूटियों की जानकारी देने का काम कर रहे हैं . जिन्हें लोग भारी संख्या में फॉलो भी कर रहे हैं. वैद्य राम सागर चौहान आयुर्वेद की दुनिया में करीबन 30 सालों से काम कर रहे हैं. जिससे अच्छा अनुभव भी है. वैद्य राम सागर चौहान आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की जानकारी देने के साथ-साथ लोगों का इलाज भी कर रहे हैं. बातचीत करने के दौरान बताया कि जड़ी बूटियों की जानकारी के लिए हर रोज सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिस पर लोगों का अच्छा रिजल्ट भी आ रहा है. चौहान ने बताया कि आयुर्वेद से अब तक हाज़रो लोगों को रोगमुक्त किया जा चुका है . उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याएं निस्तारित करने के लिए कोरियर के माध्यम से भी उनको घर बैठे जड़ी बूटियों की दवाई उपलब्ध करा देते हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही भीड़ भाड़ इलाकों में कैंप लगाकर आयुर्वेद के बारे में बताने का काम किया जाएगा।
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