मजबूत विकल्प न होने से कोई नेगेटिविटी नहीं , पूर्व नेताओं के नहीं दिखने का आरोप
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश चुनाव में अभी डेढ़ साल का समय है , हर दल के विधायक और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले नेता विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं और अपनी पार्टी में उम्मीदवारी का दावा कर रहे हैं . सबको पता है पिछली बार 2022 में समाजवादी पार्टी ने कई दलों से गठबंधन करके प्रदेश में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी , जिसका लाभ सपा को 2024 लोकसभा चुनाव में मिला . आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए हमारी टीम ने प्रयागराज के सोरांव विधानसभा का दौरा किया
सोरांव विधानसभा से वर्तमान में विधायक समाजवादी पार्टी से गीता पासी हैं , गीता पासी को पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 91474 वोट मिले थे और बीजेपी गठबंधन में अपना दल एस प्रत्याशी पूर्व विधायक डॉ जमुना सरोज को 5590 वोट से हराया था , डॉ सरोज को कुल 85884 वोट ही मिल पाया था , बसपा से प्रत्याशी आनंद भारती केवल 29250 वोट ही प्राप्त कर सके थे . हमारी टीम ने सोरांव के बिभिन्न गावों में जाकर पता लगाया की गीता पासी के बारे में या अन्य नेताओं के बारे में लोग क्या सोचते हैं.
सिसवां , मदारी , महरौड़ा , अलावलपुर , मरखामउ , सुल्तानपुर , जोगापुर , दुबाही , कटरा दयाराम में दौरे के बाद हमारी टीम को सोरांव की जनता ने बताया कि गीता पासी क्षेत्र में कहीं न कहीं मिल ह९ी जाती हैं , सत्ता उनकी नहीं है लेकिन विधायक निधि से काम कराती हैं साथ में अधिकारीयों को फ़ोन भी करती हैं.
आगे पिलखुआ , गाधीना , जादोपुर , रोही , उसरही, बलकरनपुर , दांदूपुर , बड़गांव , राजपुर परशुराम , पड़रिया , सरसा , सेवाइत , कुरगांव , परमानंदपुर , सराय ख़ानदेव , करनाईपुर , बसरहि , तेजपुर गमरहटा , किराँव , गहरपुर जमुवाँ के लोगों से मुलाकात करने पर पता चला कि गीता पासी से संवाद आसान है , जबकि विपक्ष के या पहले चुनाव लड़ चुके नेता क्षेत्र में रहते नहीं हैं , खास तौर पर लोगों का कहना था कि सत्ता बीजेपी और अपनादल एस कि है , अगर उसके नेता चाहे तो विधायक से ज्यादा काम करा सकते हैं , लेकिन बीजेपी के नेता सोचते हैं सीट अपनादल एस कि है वे क्यों करें और अपनादल एस की कोई क्षेत्रीय लीडरशिप मजबूत नहीं है . बसपा हर चुनाव में नया प्रत्याशी लड़ाती है जिससे स्थायी लीडरशिप का आभाव है.
सोरांव में आगे हमारी टीम ने सराय दत्ते, महपुरा , धमौर , माहुरी , पुरे दुर्गी , नूरपुर बजाही , वजीरपुर , खेवराजपुर , लखरावां , कुसुँगुर , भैसाहि और पारडीह का दौरा किया , यहाँ कुछ लोगों ने कहा कि मुख्य सड़कें तो बहुत अच्छी हैं लेकिन लिंक सड़के उतनी सही नहीं है , विधायक गीता पासी के काम के बारे में पूछने पर लोगों में मिली जुली प्रतिक्रिया रही कुछ लोगों ने कहा कि सत्ता न होने से उतना काम नहीं कर पा रही हैं तो कुछ लोगों का कहना था कि केवल कुछ वर्गों का काम होता है.
विधायक के विकल्प की बात पर लोगों ने यह कहा कि विकल्प न होने की वजह से गीता पासी के प्रति कोई नाराजगी नहीं है.
सोरांव में मुख्य मुद्दा नहरों में पानी , रेलवे ओवरब्रिज मऊ आइमा में , मऊ आइमा कताई मिल , बड़ा अस्पताल प्रमुख रूप से . इसके अलावां कुछ गाओं में बाढ़ कि भी समस्या होती है बाँध और पल कि भी मांग प्रमुख तौर पर है .
वर्तमान में सपा से विधायक गीता पासी हैं जिनको सत्ता विरोधी लहार जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि सत्ता बीजेपी की है , उनकी ही पार्टी के पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना के अलावा कई नेता काम कर रहे हैं , बीजेपी से सुरेंद्र चौधरी और निर्मला पासवान , बाबूलाल भौरा , अनकट पासी का नाम लिया जाता है , कांग्रेस से मनोज पासी तो अपना दल एस से डॉ जमुना सरोज और किशन सरोज की चर्चा जरूर है , लेकिन चुनाव के पहले अभी किसी तरह का विरोध गीता पासी के प्रति दिखाई नहीं देता है . इतना जरूर है क्षेत्र की जनता किसी तरह की इंडस्ट्री न होने की वजह से रोजगार की समस्या से चिंतित जरूर है .