अवधनामा संवाददाता
अंबेडकरनगर टाण्डा में परिवहन विभाग को चुनौती देते हुए एक दर्जन से अधिक प्राइवेट बसें टांडा से लखनऊ फर्राटा भरती नजर आती हैं। इन लोगों को ना तो परिवहन विभाग से कोई भय है और ना ही पुलिस विभाग से कोई डर सुबह होते ही लगभग 3:30 बजे से शाम लगभग चार बजे तक एक दर्जन से अधिक प्राइवेट बसें टांडा से लखनऊ जाति हैं जिससे सरकारी बसों को प्रतिदिन लाखों रुपए के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। वर्तमान समय में तो यह बसें लखनऊ के भीतर शहर में तो नहीं जा पा रही हैं मगर इन डग्गामार बसें बैठी हुई सवारियों से जो धन उगाही करते नज़र आ रहे हैं पैसा तो पूरा तीन सौ लेते हैं मगर लगभग तीस किलोमीटर दूर ही छोड़ देते हैं क्या करें यहां से जाने वाली सवारियों के पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है क्योंकि इस स्थान से सरकारी बसों का संचालन न के बराबर है और यह बसें धड़ल्ले से अपना आवागमन कर रही हैं। प्राइवेट बसों के चलने के कारण या फिर कोई और कारण है की टांडा से लखनऊ एक भी सरकारी बस का आवागमन नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महीने में एकाध बार कभी-कभार आरटीओ अंबेडकर नगर द्वारा चेकिंग की जाती है लेकिन एक भी बस उनके हाथ नहीं आती हैं जबकि सुबह से शाम तक बसों का संचालन होता रहता है।