रूस में एक राजनैतिक आंदोलन के प्रमुख ने कहा है कि तालेबान और अमरीका के बीच शांति समझौता, वाॅशिंग्टन के राजनैतिक खेल का एक भाग है।
रूस में भूमंडलीकरण के ख़िलाफ़ राजनैतिक आंदोलन के प्रमुख अलेगज़ेंडर इयोनोफ़ ने इरना से बात करते हुए कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प, अफ़ग़ानिस्तान से अपने सैनिकों को पूरी तरह बाहर निकालने का कोई इरादा नहीं रखते।
U.S. and Taliban Sign Peace Treaty To End America’s Longest War, Which Began After 9/11 📃✍🏼War Claimed The Lives of 2,300 U.S. Troops and 157,000 Afghans 🙏🏾 pic.twitter.com/r9xZXGt6Sv
— Kollege Kidd (@KollegeKidd) February 29, 2020
उनका कहना था कि सीरिया व इराक़ से हासिल होने वाले अनुभवों ने यह बात स्पष्ट रूप से सिद्ध कर दी है कि अमरीका, अपने वादों के विपरीत काम करता है और अमरीकी अधिकारियों की किसी भी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
रूस में भूमंडलीकरण के ख़िलाफ़ राजनैतिक आंदोलन के प्रमुख अलेगज़ेंडर इयोनोफ़ ने कहा कि अमरीका ने अपने सैनिकों की तैनाती के लिए अफ़ग़ानिस्तान का चयन संयोगवश नहीं किया था बल्कि यह एक सोची-समझी योजना थी। उन्होंने कहा कि चूंकि अफ़ग़ानिस्तान, ईरान, चीन व मध्य एशियाई देशों का पड़ोसी है, इस लिए अमरीका ने जान बूझ कर वहां अपने सैनिकों को तैनात किया है। ज्ञात रहे कि अमरीका ने नाइन इलेवन की घटना के बाद अलक़ाएदा और तालेबान गुट को ख़त्म करने के बहाने अफ़ग़ानिस्तान पर सैन्य हमला कर दिया था।