झूँसी, प्रयागराज। गुलाब सिंह बेला सिंह काॅलेज आफ एजूकेशन, झूँसी, प्रयागराज में आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी संकल्पना पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन 15 जून को किया गया।
आयोजक सचिव अंजनी सक्सेना ने कहा कि राष्ट्रीय वेबिनार का उद्देश्य भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना से छात्र-छात्राओं व प्रतिभागियों को रूबरू करना एवं राष्ट्रीय स्तर के वक्ताओं, प्रोफेशनल्स आदि के अनुभव व सुझावों के माध्यम से ज्ञानवर्धन कराना है।
डा. जे.पी. श्रीवास्तव ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जैविक खेती पर बल देने की बात कही और ग्रामीण विकास पर ध्यान आकर्षित किया। शुआट्स के निदेशक शोध डा. शैलेष मार्कर ने कृषि, उद्योग व सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य का प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने डा. अब्दुल कलाम के शब्दों को साझा करते हुए नाॅलेज बेस्ट इकोनामी की बात कही जिसमें इनोवेशन, मैनेजमेन्ट के लिए किसी देश की आवश्यकता न हो।
पशुपालन वैज्ञानिक सुबोध यादव ने ग्रामीणों की आर्थिक आय वृद्धि हेतु सूकर पालन को लाभकारी व्यवसाय बताया। इसका रखरखाव सरल होता है, वर्षा में बीमारी से बचाने हेतु टीकाकरण लगाना चाहिय, एक सूकर मादा पर सालाना खर्च 10000 आता है जबकि 40000 की शुद्ध आमदनी होती है।
राईस एजूकेशनल सर्विसेस आसनसोल की फाउन्डर डायरेक्टर श्रीमती रजनी सिन्हा ने कहा कि आज हम बहुत सी चीजों के लिए हम दूसरे देशों पर निर्भर है और आत्मनिर्भरता के लिए हमें स्वावलंबी होना पड़ेगा, उन्होंने युवाओं को अपनी क्षमता पहचानकर आगे आने की अपील की।
कोलकाता में तैनात भारतीय सेना के कर्नल प्रसन्न कुमार सक्सेना ने कहा कि बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में हम विदेशी सामानों का प्रयोग कर देश की आय का बड़ा हिस्सा विदेश भेज देते हैं इसे रोककर हम आर्थिक विकास में योगदान दे सकते हैं। पुणे में तैनात लेफ्टिीनेन्ट कर्नल विजय कुमार मिश्रा ने आत्मनिर्भरत भारत का सपना राष्ट्र के चरित्र निर्माण से सजाने की बात कही।
एसबीआई कानपुर की ब्रान्च मैनेजर प्रतिभा सक्सेना ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि को समझाया। माँ ट्रेडर्स इटावा के प्रोपराईटर उमेश चन्द्र ने ग्रामीण क्षेत्र में भी स्ट्रीट वेन्डर्स को लाइसेन्स देने एवं ग्राम पंचायत, जिला पंचायत की मदद की बात कही।
वेबिनार में उत्कर्ष सिंह, अर्चिता द्विवेदी, शरद आदि छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। कोआर्डिनेटर अर्चना सिंह ने कालेज की प्रबन्धिका श्रीमती गोल्डी सिंह के मार्गनिर्देशन हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। प्राचार्य संजय वर्मा, राजेन्द्र यादव, हरि प्रसाद, भानु प्रकाश, अनामिका आदि ने सहयोग दिया।
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