मॉस्को। रूस और पाकिस्तान के रिश्ते भले ही बेहतरी की ओर बढ़ रहे हों, लेकिन रूस के वेब पोर्टल रियाफेन में छपी खबर के मुताबिक इस्लामाबाद कीव को हथियार और गोलाबारूद मुहैया करवा रहा है।
इस्लामाबाद रूस-यूक्रेन युद्ध में आवश्यक गोलाबारूद उपलब्ध करवाकर पैसा बनाने की फिराक में नजर आ रहा है। पाकिस्तान की कंपनियां भी हालिया टकराव को भुनाते हुए यूक्रेन की सीमा से लगे देशों में अपने काम को बढ़ाने और लाभ को अधिकतम करने में लगी हुई हैं। इसी कड़ी में केस्तरल के सीईओ लियाकत अली बेग ने इसी साल मई और जून में पॉलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया के दौरे पर गए थे।
रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि संभवत: इस्लामाबाद यूक्रेन को हथियार पहुंचाने के लिए हवाई मार्ग का सहारा ले रहा है। यूक्रेन तक माल पहुंचाने के लिए वह विदेशों में काम कर रहे डिफेंस सप्लायर्स और कॉन्ट्रेक्टर्स का प्रयोग कर रहा है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि ब्रिटेन पाकिस्तान के रावलपिंडी में स्थित नूर खान हवाई अड्डे का इस्तेमाल यूक्रेन की सेना को सैन्य सामग्री पहुंचाने के लिए कर रहा है।
जीओ-पालिटिक के अनुसार यह रिपोर्ट उस समय आई है जब पाकिस्तान और रूस के संबंध बेहतरी की ओर बढ़ रह है। एक तरफ जहां रूस पाकिस्तान को हर दिन 1 लाख बैरल कच्चा तेल के लिए राजी हो चुका है वहीं दूसरी और इस्लामाबाद यूक्रेन को हथियार और गोलाबारूद उपलब्ध करवा रहा है।
यूक्रेन सरकार को तैयार सैन्य साम्रगी उपलब्ध करवाने के लिए इस्लामाबाद स्थित हथियार आपूर्तिकर्ता डीएमआई एसोसिएट्स बुल्गारिया स्थित कंपनी डिफेंस इंटस्ट्री ग्रुप के साथ संपर्क में थी। विश्वस्त सूत्रों के आधार पर रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि यूक्रेन के रक्षा विभाग की ओर से स्लोवाकया स्थित कंपनी कैमिका कथित तौर पर पाकिस्तानी हथियार आपूर्तिकर्ता केस्तरल के संपर्क में थी।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान से कई हथियार आपूर्तिकर्ताओं ने यूक्रेन को विभिन्न हथियार जैसे मोटार्र, रॉकेट लाउंचर्स और गोलाबारूद उपलब्ध करवाया है। हालांकि यह कोई एकतरफा सौदा नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने इस मदद के बदले यूक्रेन से अपने एमआई-17 में इस्तेमाल होने वाले इंजन को सुधारने की बात कही है। बताते चलें कि पाकिस्तान और यूक्रेन ने तीन दशक पहले सैन्य करार किया था।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट के आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन के 2020 तक पाकिस्तान को 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियार मुहैया करवाए थे। इस तरह 1990 में यूक्रेन ने पाकिस्तान को 600 मिलियन अमेरिकी डॉलर के 320 टी-84यूडी टैंक भी उपलब्ध करवाए थे।