अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी .72 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से धान की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। खेतों में कटी पड़ी धान की फसल डूब गई है। इसी के साथ धान खरीद पर बहुत बड़ा असर पड़ा है बरसात होने से किसानों के खेतों में जल्द ही बुवाई की गई सरसों की फसल जमाव नहीं ले पाएगी। साथ ही खेतों में अत्यधिक जलभराव और तेज हवा के चलते धान व गन्ने की फसलें गिर गईं। सब्जी की फसल भी पूरी तरह से चौपट हो गई। इस बार क्षेत्र में गन्ने व धान की खेती की गई थी। तेज हवाओं के साथ ही बरसात से फसल जमीन पर गिरने से किसानों को काफी बड़ा नुकसान हुआ है खाद और पानी लगाकर व लावारिश पशुओं से बचाकर तैयार की गई फसल पर कुदरत की मार पड़ गईं। कड़ी मेहनत करके किसानों ने फसल तैयार की। लहलहाती धान की फसल में बालियां निकलने लगी थीं। इस बीच बुधवार से बारिश शुरू हुई तो किसानों के चेहरे खिल उठे थे। यह बारिश जब लगातार दो दिन तक होती रही तो उनकी मुसीबतें बढ़ने लगीं। जरूरत से ज्यादा खेतों जल जमाव होने से धान की फसल गिरने लगीं। यह देख किसान मायूस हो गए। फसल गिरने से उत्पादन प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है